बरसाती नाले में डूबने से वन दरोगा की गई जान, अनेक सड़कें भूस्खलन से अवरूद्ध

देहरादून। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में बारिश के कारण उफान पर आए एक बरसाती नाले में डूबने से एक वन दरोगा की मृत्यु हो गयी। प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गो सहित अनेक सड़कें भूस्खलन से अवरूद्ध हैं। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) से मिली जानकारी के अनुसार, नैनीताल जिले में कैंचीधाम क्षेत्र के धनियाकोट बरसाती नाले में बुधवार शाम देवेंद्र सिंह (35) बह गए।

सूचना मिलने पर राज्य आपदा प्रतिवादन बल (एसडीआरएफ), पुलिस तथा राजस्व विभाग की टीमें मौके पर पहुंची तथा तलाशी अभियान चलाकर बृहस्पतिवार तड़के करीब तीन बजे सिंह का शव बरामद किया।सिंह बेतालघाट वन रेंज में वन दरोगा थे और कैंचीधाम के धनियाकोट क्षेत्र के रहने वाले थे।

एसईओसी के अनुसार, चमोली जिले की थराली तहसील में सुबह सगवाड़ा गांव में एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया। हांलांकि, उस मकान में फिलहाल कोई रहता नहीं था, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।

इसके अनुसार, उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्यानाचटटी में यमुना नदी पर बनी झील से जलनिकासी बढ़ाने के लिए मलबा हटाने के काम में गढ़गाड़ बरसाती नाले से लगातार मलबा आने तथा वर्षा होने से बाधा आ रही है।

स्यानाचटटी झील में दो—तीन मीटर तक आरबीएम इकटठा होने से पानी का स्तर ऊपर आ गया है। इसके अलावा, निकटवर्ती जानकीचटटी क्षेत्र में बुधवार रात्रि लगातार भारी बारिश होने के कारण स्यानाचटटी पुल पर यमुना नदी का पानी बहने लगा जिसके बाद सुरक्षा की दृष्टि से उसे यातायात के लिए बंद कर दिया गया।

उधर, पिछले कुछ दिनों में हुई लगातार बारिश के कारण भूस्खलन या भूकटाव के कारण प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गो और राज्य राजमार्गों सहित करीब 54 सड़कें यातायात के लिए अवरूद्ध हैं जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है।

ऋषिकेश,यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग झर्जरगाड़, जंगलचटटी, बनास, नारदचटटी, सिलाईबैंड, कल्याणी, हरेती, फेड़ी, गेवला, कुमराड़ा, महरगांव जैसे दर्जनभर स्थानों पर मार्ग बाधित हैं। ऋषिकेश,गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग नगुण, धरासू पर अवरूद्ध है। ऋषिकेश—केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग बांसवाड़ा, हिलांस होटल तथा हीरोबगड़ में भूस्खलन के कारण बाधित है। क्वारब,भवााली,ज्योलियाकोट राष्ट्रीय राजमार्ग नैनीताल में अवरूद्ध है जबकि जोशीमठ, मलारी,नीति राष्ट्रीय राजमार्ग अवरूद्ध है।

एसईओसी के अनुसार, लोक निर्माण विभाग और सीमा सड़क संगठन की टीमें मार्गों को खोलने के काम में जुटी हैं।खराब मौसम तथा उसके कारण मार्गों के अवरूद्ध होने के चलते राज्य सरकार ने फिलहाल हेमकुंड साहिब और चार धाम—बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री की यात्रा पर पांच सितंबर तक रोक लगायी है।

RELATED ARTICLES

हर पात्र को दिलाएं कल्याणकारी योजनाओं का लाभ : मुख्यमंत्री

गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि हर पात्र व्यक्ति को शासन की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाना सुनिश्चित किया...

टीम में अंदर बाहर होते रहना निराशाजनक था : अमित मिश्रा

नयी दिल्ली। भारत के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने बृहस्पतिवार को क्रिकेट के हर प्रारूप से संन्यास ले लिया और उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय...

पंजाब: घुटनों तक पानी भरे होने से दूल्हा कार छोड़ ट्रैक्टर से पहुंचा ससुराल, फिर ट्रॉली में ही बिठाकर लाया दुल्हन

होशियारपुर (पंजाब)। जिले के खानाौरा गांव में भारी बारिश और बाढ़ भी एक परिवार में शादी की तैयारियों और बारात के उत्साह को नहीं...