नई दिल्ली। नरेन्द्र मोदी ने भारत के प्रधानमंत्री के तौर पर लगातार दूसरी बार बृहस्पतिवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री मोदी ने हिन्दी में ईश्वर के नाम पर शपथ ली।
https://twitter.com/ANI/status/1134091441796292609
स्पष्ट जनादेश वाली गैर कांग्रेसी सरकार के प्रधानमंत्री के तौर पर लगातार दूसरी बार शपथ लेने वाले वह पहले नेता हैं। शपथ लेने के बाद मोदी ने राष्ट्रपति के पास जाकर उनसे हाथ मिलाया और उनकी बधाई स्वीकार की।
https://twitter.com/ANI/status/1134093922240729088
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 68 वर्षीय नरेन्द्र मोदी को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित एक समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। मोदी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का नेतृत्व भी कर रहे हैं।
शपथ समारोह में देश विदेश के विविध क्षेत्रों के गण मान्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे। नरेन्द्र मोदी के भारत के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद उनके मंत्रिपरिषद के सदस्यों ने शपथ ली। मोदी मंत्री परिषद में कैबिनेट मंत्री के रूप में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, डी वी सदानंद गौड़ा, निर्मला सीतारमण, राम विलास पासवान, नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, थावर चंद गहलोत, एस जयशंकर, रमेश पोखरियाल निशंक, अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी और डा. हर्षवर्द्धन ने शपथ ली।
https://twitter.com/ani_digital/status/1134091722584145921
नई सरकार में सुषमा स्वराज, राज्यवर्द्धन सिंह राठौर और मेनका गांधी शामिल नहीं है। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में आयोजित इस शपथ ग्रहण समारोह में करीब आठ हजार मेहमान शामिल हुए। वर्ष 2014 में मोदी को तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने दक्षेस देशों के प्रमुखों सहित 3500 से अधिक मेहमानों की मौजूदगी में शपथ दिलाई थी। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण का इस्तेमाल आम तौर पर देश की यात्रा पर आने वाले राष्ट्राध्यक्षों एवं सरकार के प्रमुखों के औपचारिक स्वागत के लिए किया जाता है।
https://twitter.com/ANI/status/1134091009355177984
इससे पहले 1990 में चंद्रशेखर और 1999 में अटल बिहारी वाजपेई को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में शपथ दिलाई गई थी। शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों … बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद, श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरिसेना, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, म्यामां के राष्ट्रपति यू विन मिंट और भूटान के प्रधानमंत्री लोताय शेरिंग शामिल हुए। थाईलैंड से उसके विशेष दूत जी बूनराच ने देश का प्रतिनिधित्व किया।
भारत के अलावा बिम्सटेक में बांग्लादेश, म्यामां, श्रीलंका, थाईलैंड, नेपाल और भूटान शामिल हैं। इन नेताओं के साथ-साथ शंघाई सहयोग संगठन के वर्तमान अध्यक्ष और किर्गिस्तान के वर्तमान राष्ट्रपति जीनबेकोव और मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया गया। मोदी की अगुवाई में भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 542 सीटों में से 303 सीटें जीतकर सत्ता में बहुमत के साथ वापसी की है।