होशियारपुर (पंजाब)। जिले के खानाौरा गांव में भारी बारिश और बाढ़ भी एक परिवार में शादी की तैयारियों और बारात के उत्साह को नहीं रोक सकीं। बुधवार को दूल्हा लगभग 20 बारातियों के साथ करीब 1.5 किलोमीटर तक जलमग्न सड़क पर ट्रैक्टर-ट्रॉली से सवार होकर निकला और फिर आगे तीन किलोमीटर की दूरी कारों से तय कर जालंधर जिले में स्थित वधू के गांव पहुंचा। होशियारपुर जिले के 100 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।
दूल्हा अपने परिजनों और मित्रों के साथ रवाना होने से पहले बाबा शाह दूत की दरगाह पर आशीर्वाद लेने भी रुका।स्थानीय लोगों ने बताया कि खानाौरा गांव में अब भी घुटनों तक पानी भरा हुआ है, जिससे सामान्य वाहन प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं। दूल्हे के चाचा केवल सिंह ने कहा, हमें दूल्हे और बारातियों को ट्रैक्टर-ट्रॉली पर बैठाना पड़ा क्योंकि कारें गांव में नहीं आ सकती थीं।
उन्होंने बताया कि भारी बारिश और जलभराव के कारण आसपास के कई गांवों से रिश्तेदार शादी में शामिल नहीं हो सके। शादी के बाद दुल्हन और दूल्हा उसी रास्ते ट्रॉली से बाढ़ के पानी को पार कर लौटे। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि जिले में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है। हालांकि हिमाचल प्रदेश के जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण बुधवार को पोंग डैम में जल स्तर और बढ़ गया।
इस बांध में बुधवार शाम को जल स्तर।,394.32 फुट पहुंच गया, जो कि।,390 फुट के खतरे के निशान से ऊपर है। बांध में जल प्रवाह।,40,196 क्यूसेक दर्ज किया गया जबकि शाह नहर बैराज में जल निकासी लगभग 80,000 क्यूसेक रही। तांडा और मुकेरियां उपमंडलों के कई गांवों में खेतों में पानी भरा हुआ है जिससे धान, गन्ना और अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है। तांडा उपमंडल के गांव गंधोवाल, रारा मंड, तल्ही, सलेमपुर, अब्दुल्लापुर, मेवा मियानी और फत्ता कुल्ला, तथा मुकेरियां उपमंडल के मोटला, हलेर जनार्दन, सानिआल, कोलियां, नौशहरा और मेहताबपुर सबसे अधिक प्रभावित गांवों में शामिल हैं।
जिला प्रशासन के अनुसार अब तक 119 गांवों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया है जिनमें से गढ़शंकर और मुकेरियां में 31-31, दसूया में 22, तांडा में 25 और होशियारपुर उपमंडल में 10 गांव शामिल हैं। बाढ़ की वजह से कुल 5,971 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। अब तक।,966 प्रभावित लोगों में से।,615 को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। जिले में पांच राहत शिविर संचालित हो रहे हैं जिनमें।,041 लोग रह रहे हैं।
प्रशासन ने बताया कि 32 घर (जिनमें दो पक्के मकान शामिल हैं) पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि 24 घरों को गंभीर और एक को आंशिक क्षति पहुंची है। दो पशु शेड भी नष्ट हो गए हैं। उपायुक्त आशिका जैन ने कहा कि नुकसान के आकलन के बाद मुआवजा प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी विभाग समन्वय से कार्य कर रहे हैं ताकि प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य समय पर हो सके।उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और हरसंभव सहायता दी जा रही है।
होशियारपुर की उपमंडल मजिस्ट्रेट गुरसिमरनजीत कौर ने बुधवार को चब्बेवाल विधानसभा क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों खानाौरा, फुगलाना, हर्ता, बादला, सिम्बली और राजपुर भाईयां का दौरा किया। उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और उन्हें राशन, पेयजल, तिरपाल और अन्य आवश्यक राहत सामग्री वितरित की। कौर ने अधिकारियों को प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं, पशु चिकित्सा देखभाल और स्वच्छ पेयजल की सतत उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इस बीच, भारी मानसूनी बारिश के मद्देनजर सुरक्षा कारणों से उपायुक्त ने जिले भर में नदियों, मौसमी नालों और नहरों में नहाने और उनके किनारों पर चलने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के आदेश जारी किए हैं।