राजभर के आवास के बाहर अभाविप कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन पर अखिलेश ने की भाजपा की आलोचना
लखनऊ । सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बृहस्पतिवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया और उत्तर प्रदेश के मंत्री ओम प्रकाश राजभर के आवास के बाहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) कार्यकर्ताओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किये जाने को लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा।
अखिलेश यादव ने सुभासपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने अपने तथाकथित राजनीतिक सहयोगियों को जो कष्ट पहुंचाया है उससे वे अपने ही समुदायों में मुंह दिखाने लायक नहीं रह गए हैं और अब उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे कहां जाएं। दरअसल भाजपा किसी की सगी नहीं है। सपा प्रमुख ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, भाजपा किसी की सगी नहीं है। कल तक भाजपाइयों की अपनी ही परिषद बनाम अपनी ही वाहिनी हो रहा था, अब वह अपने तथाकथित राजनीतिक सहयोगी के खिलाफ, उनके आवासों तक पर प्रदर्शन करवा रही है।
भाजपाइयों की दरारवादी सोच अब अपने गुट में भी दरार डाल चुकी है
उन्होंने इसी पोस्ट में आगे कहा, भाजपाइयों की दरारवादी सोच अब अपने गुट में भी दरार डाल चुकी है। भाजपा के सहयोगी बने धन-लोलुप लोगों को अब ये समझ आ गया है कि इस्तेमाली पार्टी उनकी माली हालत तो सुधार सकती है मतलब उनके खजाने में माल तो दे सकती है परंतु मान कभी नहीं देगी क्योंकि भाजपा की साजिशन चाल ही यही है कि पहले इस्तेमाल करो, फिर बर्बाद करो। यादव ने प्रदेश की अफसरशाही पर भी निशाना साधते हुए कहा, बड़े-बड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, सामान्य पुलिसकर्मियों को आगे करके भाजपा की अंदरूनी लड़ाई से बचना चाहते हैं। बड़े वर्चस्ववादी पुलिस अधिकारी एसी में बैठकर बड़े भाजपाइयों के सामने अपना तो यस सर-यस सर कर रहे हैं लेकिन सड़कों पर, भाजपा के आनुषंगिक संगी-सहयोगियों के अभद्र व्यवहार के बावजूद अन्य कनिष्ठ पुलिसकर्मियों को भाई-भाई कहकर हाथ जोड़ने को मजबूर कर रहे हैं।
भाजपा ने सियासी रूप से उनको बर्बाद कर दिया है
अखिलेश यादव द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में पुलिसकर्मी बुधवार रात को विरोध प्रदर्शन के दौरान अभाविप कार्यकर्ताओं को भाई… भाई कहते नजर आ रहे हैं। सपा प्रमुख ने कहा, भाजपा ने अपने तथाकथित राजनीतिक सहयोगियों की जो दुर्गति की है, उससे वो अपने-अपने समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं बचे हैं। उनको समझ नहीं आ रहा है कि अब जाएं तो जाएं कहां। भाजपा ने सियासी रूप से उनको बर्बाद कर दिया है। उनके हाथ-पैर ठंडे पड़ गये हैं और चेहरे पीले। बाराबंकी स्थित श्री रामस्वरूप विश्वविद्यालय में बगैर मान्यता के विधि पाठ्यक्रम संचालित किए जाने का विरोध कर रहे छात्रों पर पुलिस ने सोमवार को लाठीचार्ज किया था इसमें कई छात्र घायल हो गए थे। भारतीय जनता पार्टी के आनुषंगिक संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता भी इस प्रदर्शन में शामिल थे। भाजपा के सहयोगी और सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने हाल में अभाविप के कार्यकर्ताओं को गुंडा कहा था।
मंत्री राजभर छात्रों और अभाविप कार्यकर्ताओं से माफी मांगें
उनकी इस टिप्पणी के विरोध में अभाविप कार्यकर्ताओं ने बुधवार को लखनऊ में उनके आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि राजभर ने बाराबंकी में प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हुए पुलिस लाठीचार्ज का समर्थन किया और संगठन के कार्यकर्ताओं को गुंडे कहा।संगठन ने मांग की कि राजभर अपने बयान के लिए माफी मांगे और सरकार उन्हें तत्काल बर्खास्त करे।
अभाविप के राष्ट्रीय सचिव अंकित शुक्ला ने बयान में कहा, अभाविप राजभर द्वारा कार्यकर्ताओं के खिलाफ की गई असंवेदनशील टिप्पणियों की कड़ी निंदा करती है। हमारी स्पष्ट मांग है कि मंत्री राजभर छात्रों और अभाविप कार्यकर्ताओं से माफी मांगें और राज्य सरकार उन्हें तुरंत बर्खास्त करे। ओम प्रकाश राजभर के बेटे अरुण राजभर ने एक बयान में अपने पिता के घर के बाहर हुए प्रदर्शन की निंदा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया, अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, वाहनों में तोड़फोड़ की और उनके परिवार को धमकाने की कोशिश की।