कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस ने रविवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय सुरक्षा बल पश्चिम बंगाल में भाजपा नेताओं के इशारे पर काम करते हुए मतदाताओं को प्रताड़ित कर रहे हैं और धमका रहे हैं।
एक बयान में तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि पश्चिम बंगाल शांतिपूर्ण मतदान चाहता है, जबकि भाजपा ऐसा नहीं चाहती है। उन्होंने कहा, आज बंगाल में केंद्रीय बल आम लोगों खासकर वंचित लोगों को प्रताड़ित कर रहे हैं और धमका रहे हैं।
दिव्यांग लोगों को भी प्रताड़ित किया जा रहा है। केंद्रीय बल मतदाताओं को धमकी दे रहे हैं कि कमल दबाओ नहीं तो ठोक देंगे। उन्होंने कहा, मीडिया के पास इस तरह के वीडियो हैं। कुछ सार्वजनिक भी हो चुके हैं।
ओ ब्रायन ने आरोप लगाया कि केंद्रीय सुरक्षा बल के कर्मियों ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के साथ बर्बरतापूर्वक मारपीट की । उन्होंने कहा, हम हिंसा के खिलाफ हैं और चाहते हैं मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण हो।
लेकिन भाटपारा विधानसभा उपचुनाव में भाजपा ने हिंसा की है। भाटपारा में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार मदन मित्रा और भाजपा के पवन कुमार सिंह का मुकाबला है। भाजपा ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है और कहा है कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थन वाले गुंडे मतदाताओं को धमका रहे हैं।
भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, तृणमूल कांग्रेस को हार का डर है इसलिए वे लोग हिंसा कर रहे हैं। अगर वे अपनी जीत को लेकर इतने ही आश्वस्त होते तो हिंसा की जरूरत ही क्या थी।
दिल्ली में भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी चुनाव आयोग से आदर्श आचार संहिता लागू रहने तक पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों को तैनात रखने का आदेश देने का अनुरोध किया है। उन्होंने आशंका जताई है कि चुनाव के बाद तृणमूल कांग्रेस मतदाताओं के एक धड़े को निशाना बना सकती है।