जयपुर: राजस्थान में राज्यसभा की एक सीट के लिए हुए उपचुनाव में कांग्रेस के डॉ. मनमोहन सिंह निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। निर्वाचन अधिकारी एवं विधानसभा सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने सोमवार अपराह्न तीन बजे बाद नाम वापसी का समय निकल जाने पर डॉ. सिंह को निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया। माथुर ने इस अवसर पर सिंह का निर्वाचन प्रमाण पत्र उनके द्वारा अधिकृत सरकारी मुख्य सचेतक डा. महेश जोशी ने प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि राज्यसभा की एक सीट के लिए एक ही उम्मीदवार डा. सिंह ने नामांकन पत्र दाखिल किया था। नाम वापसी का समय निकल जाने के बाद एक उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में रहने के कारण उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मनमोहन सिंह के राज्यसभा में चुने जाने पर उन्हें बधाई दी है। गहलोत ने ट्वीट कर कहा, डा सिंह का चुना जाना पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। उनके भरपूर ज्ञान और अनुभव से राजस्थान की जनता को बहुत लाभ मिलेगा।
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष एवं उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने ट्वीट के जरिए सिंह को बधाई देते हुए कहा, राजस्थान से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित होने पर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी को हार्दिक बधाई। आपके लंबे और बेदाग अनुभव से प्रदेश निश्चित ही लाभान्वित होगा। आज हम समस्त प्रदेशवासी आपको प्रतिनिधि के रूप में पा कर गौरवान्वित हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा के राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी के निधन के बाद यह सीट खाली हुई थी। कांग्रेस के वयोवृद्घ नेता सिंह लगभग तीन दशक तक असम से राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। उनका यह छठा कार्यकल होगा। वर्ष 1991 से 2019 तक लगातार पांच बार असम से राज्यसभा सदस्य रह चुके सिंह 2004 से 2014 के बीच लगातार दो बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। राज्यसभा सदस्य के रूप में उनका कार्यकाल इस वर्ष 14 जून को समाप्त हो गया। कांग्रेस पार्टी सीटों की संख्या के अभाव में और कोई स्थान खाली नहीं होने के कारण असम से उन्हें फिर से नामांकित नहीं कर सकी। राजस्थान से राज्यसभा की 10 सीटें हैं। उनमें से नौ पर भाजपा के सदस्य हैं और अब एक सदस्य कांग्रेस पार्टी का है।