बेंगलुरु। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार को कहा कि उसने तमिलनाडु के महेंद्रगिरि स्थित अपने प्रणोदन परिसर में एलवीएम 3 प्रक्षेपण यान (एलवीएम-एम 6) के छठे परिचालन मिशन के लिए क्रायोजेनिक इंजन का उड़ान स्वीकृति तप्त परीक्षण सफलतापूर्वक किया है। इन परीक्षणों के जरिए इंजन की गुणवत्ता और उप-प्रणालियों के कामकाज का आकलन किया जाता है।
एलवीएम3 (प्रक्षेपण यान मार्क-3) इसरो द्वारा विकसित तीन-चरणों वाला मध्यम-उत्तोलक प्रक्षेपण यान है। इसरो ने एक बयान में कहा कि प्रत्येक मिशन में क्रायोजेनिक इंजन को उड़ान के लिए स्वीकृति प्रक्रिया के हिस्से के रूप में तप्त परीक्षण से गुजरना पड़ता है।
एलवीएम3 के क्रायोजेनिक ऊपरी चरण में प्रयुक्त होने वाले स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजन (सीई20) के लिए अब तक तप्त परीक्षण इसरो प्रपल्शन कॉम्प्लेक्स (आईपीआरसी) के बेहद-ऊंचाई परीक्षण (एचएटी) केन्द्र में किए जाते थे, जहां अधिकतम तप्त परीक्षण अवधि 25 सेकंड तक रहती है। इसरो ने कहा, वर्तमान परीक्षण में पहली बार 100 सेकंड की लंबी अवधि के लिए इंजन का परीक्षण किया गया और इसमें गैर निर्वात स्थितियों में नवोन्मेषी नोजल प्रोटेक्शन सिस्टम का इस्तेमाल किया गया।