महोत्सव 18 नवम्बर, से 16 दिसंबर तक आयोजित किया जायेगा
लखनऊ। मां गायत्री जन सेवा संस्थान एवं नीशू वेलफेयर फाउंडेशन द्वारा हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव का गंगा आरती के साथ मान्यवर काशीराम सांस्कृतिक स्थल, (महोत्सव स्थल) स्मृति उपवन, आशियाना,बंगला बाजार,लखनऊ में शुभारंभ किया गया। लखनऊ में महोत्सव 18 नवम्बर, से 16 दिसंबर तक आयोजित किया जायेगा। लखनऊ में महोत्सव का मुख्य उदेश्य एक भारत, श्रेष्ठ भारत, आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करते हुए भारत से विलुप्त होती लोककला को नवजीवन प्रदान करने के साथ-साथ रोजगार का अवसर प्रदान करते हुए भारतीय कलाकृतियों को आगे बढ़ाना है।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश बृजेश पाठक, अति विशिष्ट अतिथि, एमएलसी मुकेश शर्मा, उपाध्यक्ष उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग अपर्णा यादव, विधायक डॉ. नीरज बोरा, विधायक योगेश शुक्ला, विधायक गौरीगंज अमेठी राकेश प्रताप सिंह, लखनऊ भाजपा महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, अमेरिकन चैंबर आॅफ कॉमर्स चेयरमैन मुकेश बहादुर सिंह,पूर्व विधायक कैंट सुरेश चंद्र तिवारी,पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, विधायक ओपी श्रीवास्तव,भाजपा नेता अमित टंडन संस्था के मुख्य संरक्षक आरके चतुवेर्दी, समाजसेवी संतोष श्रीवास्तव,सुधाकर त्रिपाठी,समीर शेख सहित कई गणमान्य लोगो ने दीप प्रज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने संस्था की सामाजिक कार्यों की भूरि भूरि प्रशंसा की और बताया कि ऐसे सामाजिक आयोजन विगत कई वर्षों से संस्था द्वारा किए जा रहे हैं जो समाज को एक नई दिशा देते हैं और लोगों को इससे अनुकरण मिलता है। उपाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग, अपर्णा यादव ने कहा केंद्र एवं प्रदेश सरकार हस्तशिल्प को एवं हाथ के कारीगरों को पूर्णतया सहयोग कर प्रमोट कर रही है उसी में संस्था द्वारा भी सूक्ष्म सहयोग किया जा रहा है जो की काफी प्रशंशनीय कार्य है।
आयोजन समिति के अध्यक्ष अरुण प्रताप सिंह,गुंजन वर्मा,विनय दुबे व रणवीर सिंह ने महोत्सव के विषय में बताया कि देश के कई राज्यों से हस्तशिल्प उत्पाद महोत्सव में आए हैं इन्हें भारत सरकार के साथ स्वयं से भाई प्रमोट करना हमारा सूक्ष्म प्रयास है परिसर में सुरक्षा गार्ड एवं सीसीटीवी लगाए गए हैं। सांस्कृतिक मंच की विस्तृत जानकारी देते हुए गुंजन वर्मा द्वारा बताया गया कि हमारा मंच सांस्कृतिक कार्यक्रम हेतु प्रदेश स्तरीय मंच होता है जो सभी के लिए नि:शुल्क प्रदान किया जाता है,मंच से विलुप्त होती भारतीय लोक कला को पुन: जीवित करने हेतु पूर्ण प्रयास किया जाता है जिसमें पूर्व वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूर्ण सहयोग हेतु संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश से निवेदन किया है। सचिव हेमू चौरसिया ने बताया कि सांस्कृतिक मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ चिकित्सक, अधिवक्ता,समाजसेवी, साहित्यकार एवं सम्मानित व्यापारियों को प्रतीक चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित भी किया जाएगा। बच्चों,बड़ों के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम मंच पर प्रस्तुत किए जाएंगे,मनोरंजन में देशी विदेशी झूले,फिश टनल एवम खाने पीने,शॉपिंग करने के लिए लखनऊ सहित आसपास के अन्य जिलों से भी दर्शक महोत्सव में भारत देश के लगभग सभी राज्यों से हस्तशिल्प सहित,कपड़े, फर्नीचर,हांथ से बने संगमरमर के सामान, ड्रायफ्रूट्स,कालीन व दैनिक घरेलू उपयोग की समस्त वस्तुएं के लिए आते हैं, प्रवेश द्वार लाल किला के रूप में होगा एवं महोत्सव के अंदर सूक्ष्म रूप से दुबई सिटी भी विकसित की जाएगी। भारत के अन्य प्रदेश से समस्त प्रकार के व्यंजन,गेम जोन,सेल्फी प्वाइंट आदि मनोरंजन के साधन रहेंगे, मेले के अंदर का समस्त परिसर व प्रवेश द्वार पर सीसीटीवी कैमरा एवं सुरक्षा गार्ड्स की निगरानी रहेगी।