अयोध्या। उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक दलित महिला की कथित हत्या के आरोप में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिसका शव शनिवार को एक नहर से बरामद किया गया था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करण नायर ने बताया कि हरि राम कोरी, विजय साहू और दिग्विजय सिंह ने शराब के नशे में अपराध को अंजाम दिया और घटना के बाद शव को नहर में फेंक दिया। महिला बृहस्पतिवार से लापता थी।
इस बीच, परिवार के सदस्यों ने बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया और दावा किया कि महिला की आंखें फोड़ दी गई थीं, उसकी हड्डियां टूटी हुई थीं और उसके शरीर पर गहरे घाव थे। पांच फरवरी को मिल्कीपुर उपचुनाव के मद्देनजर महिला की मौत एक राजनीतिक मामला बन गई है। हत्या के बाद विपक्षी दलों ने कानून व्यवस्था को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला किया।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार के तहत पीडीए पर अत्याचार किया जा रहा है। पीडीए शब्द का इस्तेमाल सपा पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक या पिछड़े वर्गों, दलितों और अल्पसंख्यकों के लिए करती है। यादव ने कहा कि फैजाबाद से अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद समेत पूरी पार्टी इस घटना से आहत है। फैजाबाद के सांसद प्रसाद पीड़िता के परिवार से मिलने उसके घर गए थे। बाद में, इस घटना पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा नेता यह कहते हुए रो पड़े कि मैं उसे बचा नहीं पाया।
उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा सांसद अवधेश प्रसाद के एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो पड़ने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि फैजाबाद के सांसद इस मुद्दे पर नाटक कर रहे हैं। एक चुनावी रैली में आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या की घटना में निश्चित रूप से ैसमाजवादी पार्टी का कोई अपराधी शामिल पाया जाएगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी दलित महिला का शव नहर में मिलने के बाद भाजपा पर निशाना साधा था और दोषियों तथा निष्क्रियता बरतने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।
एक्स पर लिखे एक पोस्ट में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था, अगर प्रशासन ने महिला के लापता होने के बाद से ही लड़की के परिवार की मदद की गुहार पर ध्यान दिया होता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। कब तक और कितने परिवारों को ऐसे ही रोना-और परेशान होना पड़ेगा? गांधी ने कहा था कि बहुजन विरोधी भाजपा शासन, खासकर उत्तर प्रदेश में, दलितों पर जघन्य अत्याचार, अन्याय और हत्याओं में वृद्धि कर रहा है। इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाद्रा ने एक्स पर पोस्ट किया था कि दलित महिला के साथ जिस तरह की बर्बरता हुई, उसे सुनकर किसी भी इंसान की रूह कांप जाए।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा ऐसी क्रूर घटनाएं समूची मानवता को शर्मसार करती हैं। महिला तीन दिन से गायब थी लेकिन पुलिस ने कुछ नहीं किया। भाजपा के जंगलराज में दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और गरीबों की चीख कोई सुनने वाला नहीं है। कांग्रेस नेता ने इसी पोस्ट में कहा यूपी सरकार दलितों पर अत्याचार का पर्याय बन गई है। मेरी मांग है कि अत्याचार करने वाले दोषियों के साथ-साथ जिम्मेदार पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।