कथक के जरिए कलाकारों ने पं. लच्छू महाराज को किया याद

संगीत नाटक अकादमी में दो दिवसीय नमन कार्यक्रम का आयोजन

लखनऊ। संगीत नाटक अकादमी लखनऊ एवं कथक केंद्र लखनऊ द्वारा सुविख्यात कथाकाचार्य पं लच्छू जी महाराज की स्मृति में दो दिवसीय पारंपरिक कथक नृत्य कार्यक्रम नमन 31 अगस्त को संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह में आयोजित किया गया । पहले दिन कार्यक्रम की प्रस्तुति में कथक केंद्र, लखनऊ के बच्चों की प्रस्तुतियां सुश्री रजनी वर्मा व मंजू मलकानी के निर्देशन में हुई, श्री कृष्ण मोहन महाराज ,सुश्री विद्या लाल एवं सुश्री गौरी दिवाकर साथ ही लखनऊ से श्री राम मोहन महाराज और वाराणसी से श्री रुद्र शंकर मिश्रा जी ने अपनी प्रस्तुति दी ।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. मांडवी सिंह, विशिष्ट अतिथि पद्मश्री मालिनी अवस्थी, अतुल द्विवेदी, निदेशक, उत्तर प्रदेश लोक कला जनजाति एवं संस्कृति संस्थान, देवेंद्र त्रिपाठी, क्षेत्रीय सचिव, राष्ट्रीय ललित कला केंद्र, उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के निदेशक डॉ. शोभित कुमार नाहर व अन्य विशिष्टजन उपस्थित रहे ।
पं लच्छू महाराज की स्मृति में संगीत नाटक अकादमी परिसर के संत गाडगे जी महाराज प्रेक्षागृह में दो दिवसीय नमन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है यह कार्यक्रम शाम 6 बजे से शुरू होता है जिसमे सम्मानित कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से पं लच्छू महाराज जी को नमन करके कार्यक्रम को सफल बना रहे हैं । कार्यक्रम दीप प्रज्वलन के साथ शुरू किया गया । कार्यक्रम की शुरूआत कथक केंद्र, लखनऊ जिसका निर्देशन कथक नृत्यांगना सुश्री रजनी वर्मा द्वारा बाल कलाकारों द्वारा कृष्ण वंदना की शानदार कथक नृत्य ऐशान्यां , रिद्धि ,सिद्धि , अंशिका, अनाया,दिवीक्षा,आध्या, आराध्या शुक्ला,इशानी और इशनूर आदि बच्चो द्वारा दी गई इस प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया वहीं कथक केंद्र लखनऊ की प्रस्तुति निर्देशन सुश्री मंजू मलकानी जी के निर्देशन में पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति दी गई जिसमे विधि जोशी ,अदिति जायसवाल , वंदना शर्मा, मानसी ,वैष्णवी अग्निहोत्री तोषिता ,श्रीवास्तव दीप्ति, मानवी वर्मा ने अपनी प्रस्तुति देकर पं लच्छू महाराज जी को नमन किया। नई दिल्ली से पधारी सुश्री गौरी दिवाकर ने गणेश स्तुति से शुरूआत करते हुए तीन ताल में पारंपरिक कथक नृत्य की प्रस्तुति देकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई साथ ही वाराणसी से श्री रुद्र शंकर मिश्रा द्वारा कृष्ण वंदना की प्रस्तुति के बाद तीन ताल एवं इसके बाद दादरा में प्रस्तुति से पं लच्छू महाराज जी को याद किया गया । इसके बाद दिल्ली से आई विधा लाल ने पारंपरिक कथक नृत्य के अन्तर्गत हरिहर में भगवान विष्णु और शिव की स्तुति के गई। इसके बाद ताल धमार में पारंपरिक नृत्य में प्रस्तुति दी। उसके बाद लखनऊ से श्री राम मोहन महाराज जी व दिल्ली से पधारे श्री कृष्ण मोहन महाराज जी ने युगल नृत्य के अन्तर्गत साईं भजन एवं पारंपरिक कथक नृत्य की प्रस्तुतियों से कार्यक्रम जीवंत हो उठा । इस कार्यक्रम का संचालन सुश्री श्वेता तिवारी द्वारा किया किया ।

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