लखनऊ। कोविड के खिलाफ लड़ाई में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सिनेशन अभियान शनिवार से शुरू हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बलरामपुर अस्पताल में कोविड वैक्सीनेशन कार्यक्रम का जायजा किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज से पूरे देश में शुरू हुए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के माध्यम से अब इस महामारी पर पूरी तरह से नियंत्रण पाया जा सकेगा। उन्होंने कोरोना वैक्सीन के लिए प्रधानमंत्री और देश के वैज्ञानिकों के प्रति आभार जताया।
उन्होंने कहा कि इतने कम समय में देश की जनता की रक्षा के लिए दो कोविड वैक्सीन तैयार कर पाना प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ही संभव था। शनिवार को प्रदेश में कुल 317 स्थानों पर वैक्सीनेशन का कार्य किया गया जिसमें 11 स्थानों पर कोवैक्सीन और 306 स्थानों पर कोविशील्ड वैक्सीन लगायी गयी। डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गयी है और दूसरी डोज 15 फरवरी को लगाई जायेगी।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर अनलॉक की समीक्षा करते हुए प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के काम को केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप चलाने करने के निर्देश दिये हैं।
उन्होंने कहा है कि सभी मानकों का पालन करते हुए पूरी प्रतिबद्धता के साथ सफलतापूर्वक वैक्सीनेशन कार्य किया जाये। योगी ने कहा कि कोविड के खिलाफ जारी जंग में कोरोना पर अंतिम प्रहार करने के लिए वैक्सीनेशन कार्य का शुभारम्भ बहुत ज्यादा उत्साहजनक है। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना है कि संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है।
बलरामपुर अस्पताल में चल रहे टीकाकरण अभियान का जायजा लेने के बाद योगी ने कहा कि आज से कोरोना वैक्सीनेशन के लिए शुरू हो रहे पहले चरण से प्रदेश और देश को नयी दिशा मिलेगी। केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स के अनुरूप प्राथमिकता के अनुसार प्रदेश में वैक्सीनेशन किया जायेगा। केंद्र व राज्य के प्रयासों और की गयी व्यवस्थाओं से कोविड को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। आज उत्तर प्रदेश में कोविड के बहुत कम एक्टिव केसेज हैं। यह टीम वर्क के कारण संभव हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड नियंत्रण में मीडिया ने सकारात्मक भूमिका निभायी। उन्होंने मीडिया का आह्वान करते हुए कहा कि वह कोरोना टीके के बारे में अफवाहों को रोकने के लिए काम करे। सभी लोग कोरोना टीके के बारे में फैलाई जा रही अफवाहों से बचें और टीकाकरण के लिए अपनी बारी का इंतजार करें। भारत द्वारा विकसित टीके विश्व के सबसे सफल और सस्ते वैक्सीन हैं। इस टीकाकरण अभियान की शुरूआत से और सबके सफल प्रयासों से यूपी सहित पूरा देश इस महामारी पर विजय पाने में सफल होगा।
योगी ने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए तय प्रक्रिया का पूरा पालन किया जायेगा। पहले चरण में कोरोना वॉरियर्स, डॉक्टर्स, नर्स, पैरामेडिक्स का टीकाकरण होगा। इसके बाद फ्रंटलाइन वर्कर्स जिनमें पुलिसकर्मी, स्वच्छता कर्मी, राजस्व कर्मी शामिल हैं का टीकाकरण सुनिश्चित किया जायेगा। इसके बाद 50 साल से ऊपर के ऐसे लोगों का टीकाकरण किया जायेगा, जो कोमॉर्बिडिटी का शिकार हैं। कोरोना का पहला वैक्सीन लगने के बाद दूसरा वैक्सीन 28 दिन के बाद लगाया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा यूपी में कोरोना टीकाकरण के संबंध में सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। टीकाकरण अभियान के सुचारु संचालन के मकसद से कई ड्राई रन भी किये जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान की शुरूआत के बाद भी लोगों को अभी पूरी सावधानी बरतनी होगी। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन पहले की तरह करना होगा। प्रधानमंत्री द्वारा दिये गये ‘दो गज दूरी मास्क है जरूरी’ के मंत्र के साथ, समय-समय पर हाथ धोना, सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग, भीड़ इकट्ठी न होने देना इन मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करना होगा।
इसके बाद अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए योगी ने लखनऊ व अयोध्या में कोविड के मद्देनजर अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि संक्रमण की चेन को तोड़ने में टेस्टिंग कार्य की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसे ध्यान में रखकर प्रदेश में टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से चलाया जाये। प्रतिदिन कम से कम 1.5 लाख कोविड के टेस्ट किये जायें। उन्होंने कांटेक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस सिस्टम को पूरी तरह सक्रिय रखने के निर्देश भी दिये।