पटना। उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या के मामले का एक प्रमुख संदिग्ध पटना के दमरिया घाट इलाके में सोमवार देर रात को पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध विकास उर्फ राजा (29) कई अन्य आपराधिक मामलों में भी वांछित था। एक अधिकारी ने बताया कि हत्या मामले की जांच कर रहे अधिकारियों की टीम गुप्त सूचना के आधार पर विकास की तलाश में देर रात करीब दो बजकर 25 मिनट पर दमरिया घाट पहुंची।पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस कर्मियों को देखते ही उसने भागने की कोशिश की और गोलियां भी चलाई।
अधिकारियों ने जवाबी कार्वाई की जिसमें वह मारा गया।उन्होंने बताया कि इस घटना में किसी भी पुलिसकर्मी को कोई चोट नहीं आई है। अधिकारी ने बताया कि मौके से एक पिस्तौल एवं कारतूस बरामद किए गए हैं। उन्होंने कहा कि आशंका है कि पटना में मालसलामी इलाके के निवासी विकास ने ही खेमका की हत्या में इस्तेमाल किया गया हथियार मुहैया कराया था। पुलिस ने पहले ही उमेश राय नामक बंदूकधारी को गिरफ्तार कर लिया है और एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिस पर सुपारी देकर हत्या कराने का संदेह है। अधिकारी ने कहा कि भाड़े के हत्यारे को पटना से गिरफ्तार किया गया। मामले में जांच जारी है। हम उचित समय पर और जानकारी साझा करेंगे। खेमका की शुक्रवार सुबह पटना के गांधी मैदान इलाके में उनके आवास के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
उनके बेटे की सात साल पहले हाजीपुर में हत्या कर दी गई थी। सत्तारूढ़ जनता दल (यूनाइटेड) ने पुलिस की सराहना की और कहा कि नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री रहते हुए किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। जद (यू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा,बिहार पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है और मामले को लगभग सुलझा लिया है। भाड़े के हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया गया है और एक अन्य आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। पुलिस ने सराहनीय काम किया है। उन्होंने कहा,मैं विपक्ष को बताना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासन में आपराधिक गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री हर घटना पर नजर रखते हैं।