गणेश उत्सव के सातवें दिन बप्पा के सिंदूराभिषेक संग पूजा पंडाल में श्री रानी सती दादी जी की महिमा पर नृत्य नाटिका का हुआ मंचन
लखनऊ। राजधानी में गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। सभी विघ्नहर्ता की आराधना में लीन है। घरों से लेकर पंडालों तक में भक्त अपने आराध्य के पूजन-अर्चन में मगन हैं। गणेश पूजा पंडालों में आज सुबह सिंगार आरती महामृत्युंजय का जाप, सिंदुराभिषेक, सहस्त्रनाम पाठ, शाम को महाआरती के बाद सुंदरकांड का पाठ किया गया। लोग परिवार समेत पंडालों में गजानन के दर्शनों के लिए देर शाम तक आ रहे हैं। वहीं मंगलवार को भी कई जगहों पर गणपति प्रतिमा का विसर्जन भी किया गया। राजधानी में गणपति पंडालों में रौनक देखते ही बन रही है।
गणपति का वंदन करूं…
लखनऊ। श्री गणेश प्राकट्य कमेटी की ओर से झूलेलाल वाटिका निकट हनुमान सेतु के पास चल रहे गणेशोत्सव के सातवें दिन मंगलवार को ग्वालियर के प्रसिद्ध भजन गायक मनोज शर्मा के भजन सुनने के लिए लोगों का सैलाब उमड़ पडा। श्री शर्मा ने बप्पा के दरबार में भजनों की सुंदर-सुंदर प्रस्तुति दी तो पंडाल मे मनौतियों के राजा के जयकारों से गूंज उठा।
मनोज शर्मा ने राधा रानी पर एक भजन राधिका दुलारी में हु अंधा भिखारी… सुनाया तो राधा रानी के जयकारों से पंडाल गूंज उठा। उसके बाद चढ़ता सूरज धीरे धीरे ढलता जाएगा… सुनाया फिर
गणपति का वंदन करूं…, सुनाया। अगले क्रम में कोलकाता के संजय शर्मा के निर्देशन मे कृष्ण की लीला पर नृत्य नाटिका का मंचन किया गया। इसके बाद एक और देश भक्ति पर नृत्य नाटिका भारत माता के सपूत का मंचन किया गया। जिसे लोगों ने खूब सराहा। इस मौके पर प्रमुख लोगों मे भारत भूषण गुप्ता, घनश्यामदास अग्रवाल, सतीश अग्रवाल, शरद अग्रवाल, योगेश बंसल, अखिलेश बंसल, पार्षद रंजीत सिंह, संजय अग्रवाल, देशराज अग्रवाल, संजय सिंह गांधी, अतुल बंसल, रामशंकर वर्मा, गोपाल अग्रवाल, अजय अग्रवाल, जयकरन, सुधांशु बाथम, नरेश अग्रवाल, रोहित अग्रवाल, अतुल (सोनू), रोहित महानगर, महिलाओं में संध्या बंसल, अंजू गुप्ता, उषा अग्रवाल, कविता अग्रवाल, रुक्मणी अग्रवाल, अंशु बंसल, वीमी बंसल, नेहा बंसल, नीरजा सिंह, अनुराधा गोयल आदि लोग मौजूद रहे।
गणपति बप्पा का हुआ सिंदुराभिषेक व शृंगार
लखनऊ। आॅस्कर योग साई कृपा सेवा संस्थान के तत्वाधान में चल रहा शिवाजी मार्ग हीवेट रोड पर श्री श्री गणेशोत्सव में मंगलवार को सुबह उत्सव में शिवाजी मार्ग के राजा गणपति बप्पा का भव्य श्रंगार व सिंदूराभिषेक पंकज तिवारी (जिला मंत्री, विश्व हिन्दू परिषद)व सतीश, विनीता ,गणेश शंकर पवार, आशीष अवस्थी ने किया। उसके बाद भक्तगणों की उपस्थिति में आरती सतीश ,विनीता, स्वास्तिक, मनोज मिश्रा, तरनजीत सिंह डंक श्रद्धा पूर्वक की। उत्सव में आयोजक पदाधिकारी सुमन पवार ने बताया इसके बाद सहस्त्रनाम का पाठ किया गया। कार्यक्रम आयोजक गणेश शंकर पवार ने बताया उत्सव में शाम को सिद्धिविनायक मुंबई की भव्य आरती के वक्त भक्तों की संख्या शिवाजी मार्ग के राजा दर्शन करने के लिए बढ़ती जा रही है। उत्सव में सिध्दीविनायक आरती में भक्तों की भीड़ बढ़ रही है।
नृत्य नाटिका का मंचन
श्री गणेश प्राकट्य कमेटी के तत्वावधान में झूलेलाल वाटिका निकट हनुमान सेतु के पास चल रहे 20वें मनौतियों के राजा का गणेशोत्सव के सातवें दिन मंगलवार को सुबह मनौतियों के राजा के समक्ष सिन्दूराभिषेक की विशेष पूजा हुई। जो आकर्षण का केन्द्र बनी रही। इस पूजा में भक्तों ने बारी बारी से बप्पा को सिन्दूर लगाकर अभिषेक किया। बाद में भक्तों ने सिन्दूर को अपने माथे में लगाया। अयोध्या और बनारस से आये आचार्यो ने पूरे विधिविधान व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भगवान गणेश के सहस्त्र नामों के साथ सिन्दूराभिषेक पूजन सम्पन्न कराया। कमेटी के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि भगवान गणेश को सिन्दूराभिषेक करने से घर परिवार में सुख समृद्धि आती है। शाम को कोलकाता के संजय शर्मा के निर्देशन में सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न हुये। नारी स्वाभिमान की रक्षा करने वाली श्री रानी सती दादी जी की महिमा पर एक नृत्य नाटिका के माध्यम से दिखाया गया। इसमें दिखाया कि कृष्ण प्रेम में डूबी कर्मा बाई जिन्होंने ठाकुर जी को अपने हाथों से भोजन करवाया। नाटिका मंचन के दौरान बप्पा का दरबार रानी सती दादी के जयकारों से गूंज उठा। भजनों की गंगा को बहाते हुये संजय शर्मा ने भजन जो गणपति के दर आए उन्हें चढ़ता ऐसा सुरूर है, उसके बाद मेरे दिल में बस तू ही तू बसा है…, मनौतियों के राजा के पंडाल के बाहर लगे मेले मे महिला एवं बच्चों के लिए विशेष प्रकार के झूले लगाए गए हैं। इसके अलावा फूड जोन, किड्स जोन, गेम जोन, शापिंग जोन, लाइव प्रोग्राम नृत्य नाटिका एवं भजन, सिंगर सेलेब्रिटी मुख्य आकर्षण है। महामंत्री सतीश अग्रवाल ने बताया कि श्रंगार एवं आरती प्रतिदिन प्रात: 10 बजे एवं सायं 6:00 बजे होगी। इसमें सभी श्रद्धालु भाग ले सकते हैं । इसके अलावा प्रतिदिन प्रात: 10 बजे से शाम 5 बजे एवं 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक तक मनौतियों के राजा के दर्शन होंगे। विगत वर्षो की भांति इस बार भी मनोतियों के राजा श्री गजानन के नाम चिट्ठी प्रतिदिन प्रात: 10 बजे से सायं 6:00 बजे तक श्रद्धालु लिख सकते हैं।
अक्षरधाम की तर्ज पर की गई स्थापना:
दरअसल झूलेलाल वाटिका में अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर ही मूर्ति की स्थापित की गई है। खास बात यह है कि यहां पर गौरी पुत्र गणेश को मनौतियों के राजा का नाम दिया गया है। यानी जो सभी की मनोकामना को पूर्ण करते हैं। इस बार झूलेलाल वाटिका में श्री गणेश प्राकट्य कमेटी की ओर से भक्तों के लिए बड़ी संख्या में चिट्ठियां रखी गई हैं। कमेटी के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि इस बार गणपति बप्पा का जो पंडाल बनाया गया है इसे साउथ इंडियन का टच दिया गया है। इसके अलावा मंदिर का पूरा पंडाल वाटरप्रूफ है। बप्पा की मूर्ति 8 फीट की है। एक महल का रूप इस पूरे पंडाल को दिया गया है। उन्होंने बताया कि पहले भी यहां पत्र रखे जाते थे और लोग प्रतिदिन 5000 पत्र उनके नाम लिखते थे, इसलिए इस बार पूरा बॉक्स लगा दिया गया है, जिसमें पत्र लिखकर लोग डाल देंगे और सभी पत्रों को विसर्जित अंतिम दिन कर दिया जाएगा।
बप्पा को भक्त लिख रहे चिट्ठी, पूरी होगी मनोकामना:
गणेश चतुर्थी पर्व की शुरूआत हो गई है। विघ्नहर्ता गणेश देवा की स्थापना सभी घरों में हो चुकी है। अपने बप्पा को लोग अपने-अपने घर लेकर आ चुके हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में झूलेलाल वाटिका का गणेश उत्सव लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। वजह यह है कि यहां पर एक बॉक्स लगाया गया है। इस बक्से के पास पत्र रखे हुए हैं, जिसमें 108 बार गणपति का मंत्र लिखने के बाद उसके नीचे भक्त अपनी मनोकामना लिखकर उसे बॉक्स में डाल सकते हैं। यह पत्र पूरी तरह से फ्री है। भक्तों की मनोकामना के इस पत्र को अंतिम दिन गणेश भगवान के साथ ही विसर्जित कर दिया जाता है। चिट्ठी, पेन और बॉक्स सब कुछ कमेटी की ओर से पंडाल में रखा गया है।
भक्तों ने किया महामृत्युंजय का जप व सहस्त्रनाम पाठ:
लाटूश रोड स्थित शिवाजी मार्ग पर आॅस्कर योग साईं कृपा केंद्र सेवा संस्थान के तत्वाधान में श्री श्री गणेश पूजा महोत्सव का भव्य आयोजन हो रहा है। महोत्सव में सातवें दिन मंगलवार को गणपति महाराज का श्रृंगार करने के बाद आरती का आयोजन किया गया। इसके बाद महामृत्युंजय जाप और सहस्त्रनाम पाठ महा आरती के बाद सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया।
लखनऊ के सबसे ऊंचे और महंगे पंडालों में से एक है पत्रकारपुरम के राजा का दरबार
राजधानी लखनऊ में पत्रकारपुरम चौराहे के पास श्री गणेश महोत्सव का पंडाल सजाया गया है। पत्रकापुरम समिति की ओर से करीब 55 फीट ऊंचा पंडाल बनवाया गया है। दक्षिण भारत के किला की थीम पर बनाए गए इस पंडाल और मूर्ति की लागत करीब 40 लाख रुपये है। समिति के सदस्यों द्वारा हर साल कोलकाता के कारीगरों द्वारा इस पंडाल और मूर्ति का निर्माण कराया जाता है। इस बार 15वां महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है।
गाजे-बाजे के साथ निकली शोभा यात्रा, हुआ विसर्जन

लखनऊ। गणेश उत्सव में मंगलवार को भी भक्तों ने घरों में विराजे गणपति की प्रतिमाओं का विसर्जन किया। इस दौरान गणपति को हाथों में लिए अबीर-गुलाल उड़ाते और ढोल-ताशों पर नाचते हुए श्री गणेश को विदा करने आए। झूलेलाल वाटिका स्थित बने गणेश विसर्जन स्थल पर प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। इस दौरान भक्तों की आंखें भी नम हो गईं। विसर्जन के लिए निगम द्वारा यहां पर विशेष तौर पर गड्ढा बनाया गया था। इस दौरान सुरक्षा के पूरे इंतजाम थे।
पल्टन छावनी सेक्टर ए सीतापुर रोड योजना कालोनी में चल रहे सात दिवसीय चतुर्थ श्रीगणेश उत्सव का मंगलवार को समापन हो गया। सातवें दिन पं. शाश्वत पाठक ने वैदिक मंत्रोच्चार संग पूजन, हवन व आरती कराई। कन्या पूजन व प्रसाद वितरण के पश्चात शोभायात्रा निकाली गई। गुलाल से सराबोर विघ्नहर्ता की भक्ति में डूबे भक्त झूमते हुए नजर आए।
इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा, मड़ियांव, भिठौली, बीकेटी सहित विभिन्न क्षेत्रों से होती हुई शोभायात्रा मां चंद्रिका देवी मंदिर पहुंची। जहां भक्तों ने गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आना… के जयकारों संग गोमती नदी में मूर्ति विसर्जित की। कुड़ियाघाट पर गणिपति बप्पा मोरिया की गूंज के साथ प्रतिमा को विसर्जित किया गया। इसके पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया। शोभायात्रा में राजा अवस्थी, आलोक निगम, गोपाल निगम, संध्या मिश्रा, नीलिम निगम, चुनचुन, बिटोला, मनोज वर्मा सहित बड़ी संख्या में भक्तगण शामिल थे। गणेश उत्सव के दौरान कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बड़ों से लेकर बच्चो ने उत्साह से शामिल हुए।
गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आना…

लखनऊ। पल्टन छावनी सेक्टर -ए सीतापुर रोड योजना कालोनी में चल रहे सात दिवसीय पंचम श्रीगणेश उत्सव का मंगलवार को समापन हो गया। सातवें दिन पं. ज्ञानदेव बाजपेई ने वैदिक मंत्रोच्चार संग पूजन, हवन व आरती कराई। कन्या पूजन व प्रसाद वितरण के पश्चात शोभायात्रा निकाली गई। गुलाल से सराबोर विघ्नहर्ता की भक्ति में डूबे भक्त झूमते हुए नजर आए। इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा, मड़ियांव, भिठौली, बीकेटी सहित विभिन्न क्षेत्रों से होती हुई शोभायात्रा मां चंद्रिका देवी मंदिर पहुंची। जहां भक्तों ने गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आना… के जयकारों संग गोमती नदी में मूर्ति विसर्जित की। इस मौके पर संगीता, श्रिया, कोमल, शालू पाल, संध्या, पूजा, अजय कुशवाहा, राजकुमार, मनीष, प्रांशु, कुलदीप, विजय, किरण पाल, आरती, तनिष्का सहित काफी संख्या में भक्त मौजूद थे।
गोमती किनारे गणपति विसर्जन में उमड़ी श्रद्धा
गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आना… के उद्घोष से मंगलवार को गोमती के घाट गूंज उठे। नदी किनारे उमड़े श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया। इस दौरान कई भक्त विशेषकर बच्चे काफी भावुक हो गए। झूलेलालघाट, कुड़ियाघाट और खाटू श्याम मंदिर घाट पर सुबह से ही विसर्जन शुरू हो गया जो शाम तक जारी रहा। गणेश चतुर्थी पर घरों में गणपति की मूर्तियों की स्थापना कर विधि-विधान से पूजन-अर्चन शुरू हुआ था। इसी के साथ भव्य पंडालों में भी गणपति की मूर्तियां स्थापित की गई थीं। कहीं पांच तो कहीं सात व दस दिवसीय आयोजनों की शुरूआत हुई थी। घरों में गणपति की मूर्तियों की स्थापना करने वाले श्रद्धालुओं में से बड़ी संख्या में लोग मंगलवार को गोमती घाटों पर विसर्जन के लिए पहुंचे। बहुत से श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गईं तो कुछ बच्चे बप्पा की मूर्तियोंं को पकड़कर बैठ गए और जिद करने लगे कि इन्हें विसर्जित न करो और घर ले चलो। बड़ों के समझाने पर कि गणपति अगले साल फिर से आएंगे, तब बच्चे माने। झूलेलालघाट और कुड़ियाघाट पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। विसर्जन का सिलसिला शाम तक चला।