एक बार फिर भूकंप के झटकों से रूस दहल उठा है। जर्मन जियोसाइंस रिसर्च सेंटर ने बताया कि रविवार यानी 3 अगस्त को रूस के कुरील द्वीप समूह में 6.7 तीव्रता के भूकंप के झटके आए। हालांकि, एजेंसी ने शुरुआत में भूकंप की तीव्रता 6.35 का आंकलन किया था, जिसका केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर बताया गया था।
अमेरिका के जियो साइंस सर्वे ने बताया कि भूकंप की तीव्रता 7 थी। प्रशांत सुनामी वार्निंग सिस्टम ने भी भूकंप की तीव्रता 7.0 बताई है।, प्रशांत सुनामी वार्निंग सिस्टम ने कहा कि भूकंप के बाद सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई थी। लेकिन, पिछले बुधवार से रूस पर लगातार बड़े भूकंप का खतरा बना हुआ है और इमरजेंसी डिपार्टमेंट अलर्ट मोड पर है।
रूस के कामचटका प्रायद्वीप में बीते बुधवार को 8.8 तीव्रता का एक जबरदस्त ने तबाही मचाई थी। जिससे प्रशांत महासागर में सुनामी की लहरें उठीं और जापान से लेकर हवाई और चिली तक लोगों में खौफ फैल गया। वहीं, रूस के बंदरगाह शहरों में बाढ़ आ गई, लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के आदेश दिए गए और भूकंप के तुरंत बाद एक ज्वालामुखी विस्फोट हुआ। इस भूकंप को इतिहास में दर्ज सबसे शक्तिशाली भूकंपों में से बताया गया।
लगतार आ रहे भूकंप के बाद रूस में इसके बाद से व्यापक अलर्ट जारी हैं, वैज्ञानिकों ने संभावित आफ्टरशॉक्स की चेतावनी दी है और सावधानी बरतने का आग्रह किया है। हाल ही में कुलीर में आए भूकंप ने चिंता को और बढ़ा दिया है देश के इमरजेंसी डिपार्टमेंट ने बताया कि 600 साल बाद पहली बार कामचटका ज्वालामुखी फटा है। वीडियो में दूर से ही धुए का गुबार उठता दिखाई दे रहा है। कई जानकारों का कहना है कि ये भूकंप ज्वालामुखी को आए विनाशकारी भूकंप के बाद फटा है।