लखनऊ। सपा मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुये कहा है कि भाजपा सरकार में अपराधी को सत्ता का संरक्षण और अपराध को सामने लाने वाले पर केस दर्ज होने का अजीबोगरीब खेल चल रहा है। कानून व्यवस्था का यह नया रंग ढंग महिलाओं को निराशा में आत्महत्या करने को मजबूर कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पिछड़े, दलित और महिलाओं में असुरक्षा की भावना गहरे से घर कर गई है और वे घर-बाहर भयाक्रांत रहती हैं। एक तरह से तो भाजपा राज के जंगलराज में महिला होना ही सबसे बड़ा अपराध हो गया है। सपा मुखिया ने कहा कि दलित समाज की बेटियों पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा है। अयोध्या के ग्राम नारा में सत्ता संरक्षित दबंगों द्वारा दलित किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म की घटना अत्यंत दु:खद है। बेटी को कब इंसाफ मिलेगा यह प्रश्न सरकार से पीड़ित परिवार का हैघ् मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में स्कूटी सवार युवतियों का सड़क पर निकलना मुश्किल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र पर ट्वीट कर लोकतंत्र की हत्या का बयान देने वाले मुख्यमंत्री के राज में महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने और अपराधी को पकड़ने के बजाय उसे उजागर करने वाले को ही पकड़ा जा रहा है। फतेहपुर में दो नाबालिग बहनों का शव मिलने पर मां का बयान टीवी चैनल पर चलाने के जुर्म में भारत समाचार और न्यूज 18 पर मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। 12 वर्ष और 8 वर्ष की बहनों का शव तालाब में फेंका गया था और उनके सिर तथा आंखों पर चोट के निशान थे। भाजपा राज में विभिन्न कारणों से कई पत्रकारों के उत्पीड़न और हत्या तक की घटनाएं हो चुकी हैं।