देहरादून। उत्तराखंड में मंगलवार को इस मौसम का सर्वाधिक हिमपात हुआ जिसके बाद पहाड़ो की रानी मसूरी ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली। सरोवर नगरी नैनीताल के उपरी हिस्सों में भी जमकर बर्फबारी हुई। पहाडों पर बर्फबारी, मैदानी इलाकों में लगातार बारिश और ओलावृष्टि होने से पूरा राज्य कडाके की ठंड की चपेट में आ गया है।
फिलहाल ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं
ठिठुरन बढ गई है। मौसम विभाग का कहना है कि बारिश और हिमपात का यह क्रम अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है। फिलहाल ठंड से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं है। मसूरी में मंगलवार को करीब आधा फुट बर्फ गिरी। चारपांच साल के अंतराल पर इतनी अच्छी बर्फबारी के बाद सैलानियों की अच्छी आमद से होटल तथा अन्य व्यावसायियों के चेहरे भी खिल उठे हैं। मसूरी के पास स्थित देवदार के वृक्षों के बीच बसे धनोल्टी में भी सोमवार रात भर हुई बर्फबारी के बाद पूरा इलाका सफेद चादर से ढक गया। मसूरी में उंचाई पर स्थित लाल टिब्बा क्षेत्र में भी हिमपात हुआ। राज्य भर में भारी हिमपात और बारिश की मौसम विभाग की चेतावनी के मददेनजर राज्य के कई जिलों में समस्त सरकारी और निजी स्कूलों बंद रहे।
लोग ज्यादातर घरों में ही दुबके रहे
इसके अलावा, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली सहित कई अन्य जिलों में भी स्कूल मंगलवार को बंद रहे। राजधानी देहरादून में भी राज्य के अन्य हिस्सों की तरह सोमवार की रात से शुरू हुई बारिश लगातार जारी रही जिसके चलते शहर में चहलपहल भी अन्य दिनों की अपेक्षा कम दिखाई दी और लोग ज्यादातर घरों में ही दुबके रहे। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और प्रसिद्घ स्की रिजार्ट औली में भी जमकर हिमपात होने की सूचना है। चमोली जिले में जमकर बर्फबारी होने से उसकी अधिकतर चोटियां बर्फ से ढक गई हैं। चमोली के आपदा प्रबंधन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, बर्फ के कारण कुंड से चमोली के बीच ऋषिकेशबदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा उखीमठ चोपता मार्ग भी बंद हो गया है। इन मार्गों को खोलने के प्रयास जारी हैं।