लखनऊ। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के निर्देशों के मुताबिक सबसे ज़्यादा आबादी वाले उत्तर प्रदेश में गुरुवार को लगभग प्रदेश के 1,25,308 हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण किया गया। प्रदेश में सुबह नौ बजे से पांच बजे तक लगभग 1,600 से अधिक सेंशन चलाये गये। फ्रंट लाइन वर्कर्स के टीकाकरण अभियान की शुरूआत शुक्रवार से होगी। प्रदेश में 25 मार्च तक हेल्थ केयर वर्कर्स व फ्रंट लाइन वर्कर्स की वैक्सीनेशन प्रक्रिया पूरी हो जायेगी।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सबसे ज़्यादा कोरोना जांच के बाद अब टीकाकरण कराने में भी यूपी शीर्ष पर है। प्रदेश में कोविड पर लगाम लगाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार की नीतियां कारगर साबित हुई हैं। मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशानुसार प्रदेश कोविड नियंत्रण पर सफलता के नये रिकॉर्ड दर्ज कर रहा है। कोरोना टेस्टिंग के बाद यूपी अब देश में सबसे ज़्यादा कोविड वैक्सीनेशन करने वाला प्रदेश भी बन गया है। यूपी ने देश में सबसे ज़्यादा 5.42 लाख टीके लगा कर कोविड जांच के बाद वैक्सीनेशन में भी नंबर वन का खिताब हासिल किया है।
प्रदेश सरकार के प्रबक्ता ने बताया की गुरुवार को प्रदेश के सभी जिलों के 1,607 सत्रों पर कोविड टीकाकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन वैक्सीन का उपयोग किया गया। कुल 1,72,396 लक्ष्य के सापेक्ष कुल 1,25,308 (72.69 प्रतिशत) हेल्थ केयर वर्कर का कोविड टीकाकरण किया गया। 5 जिलों गोंडा, संभल, उन्नाव, संतकबीर नगर और फिरोजाबाद द्वारा सर्वोत्तम प्रदर्शन किया गया। प्रदेश के चार जिलों गौतम बुद्ध नगर, अलीगढ़, कासगंज, आगरा और बुलंदशहर द्वारा कोविड टीकाकरण में अपेक्षा से कम प्रदर्शन किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में चलाये गये इस अभियान में निजी क्षेत्र के वरिष्ठ चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और सभी संवर्ग जैसे चिकित्सक, लैब टेक्नीशियन, स्टाॅफ नर्स के द्वारा टीकाकरण कराया गया है। यह अभियान के प्रति विश्वास का परिचायक है। किसी भी स्थान
पर कोई गंभीर प्रतिकूल प्रभाव की घटना नहीं हुई। सभी लाभार्थी सुरक्षित एवं स्वस्थ्य हैं। छूटे हुए सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए कोविड टीकाकरण का माप अप अभियान 15 फरवरी को होगा, जो उनके लिए टीकाकरण का आखिरी मौका होगा। गुरुवार को प्रतिरक्षित किये गये लाभार्थियों को दूसरी खुराक 4 मार्च को दी जायेगी।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में 16 जनवरी को 22,643, 22 जनवरी को 1,01,006, 28 जनवरी को 1,71,198, 29 जनवरी को 1,68,834 और 04 फरवरी को 1एक लाख से ज़्यादा टीके हेल्थ वर्कर्स को लगाये गये। बता दें कि प्रदेश में कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स की संख्या लगभग आठ लाख है। प्रदेश में शुक्रवार से फ्रंट लाइन वर्कर्स का कोविड टीकाकरण किया जायेगा। जिसके तहत पुलिसकर्मी, सेना के जवानों, होमगार्ड, सिविल डिफेंस, सफाई कर्मचारी, रेवन्यू डिपार्टमेंट के कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा। 25 मार्च के बाद 50 साल से ऊपर के लोगों का टीकाकरण अभियान शुरू किया जायेगा।
प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना के खिलाफ यूपी की रणनीति दूसरे प्रदेशों से ज्यादा असरदार और सफल रही है। इसका ही परिणाम है कि अब प्रदेश में केवल 4,629 एक्टिव केस रह गये हैं। पिछले 24 घंटें में प्रदेश में सिर्फ 169 कोरोना के नये मामले सामने आये हैं, वहीं 263 मरीज स्वस्थ्य होकर डिस्चार्ज किये जा चुके हैं। अब तक प्रदेश में दो करोड़ 82 लाख 11 हजार 469 सैंपल की जांच की जा चुकी है। कांटेक्ट ट्रेसिंग और सर्विलांस के ज़रिये कोरोना वायरस की चेन को तोड़ वायरस पर काबू पाने में बड़ी सफलता हासिल की है।