मिर्जापुर । उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में पुलिस ने चेन स्नेचिंग और लूट की बढ़ती घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एक कड़ा कदम उठाया है। जिले के विभिन्न थानों द्वारा तैयार की गई अपराधियों की सूची और उनकी तस्वीरें सार्वजनिक रूप से प्रमुख चौराहों और बाजारों में लगाई जा रही हैं।
इसी सख्ती के तहत, कछवा पुलिस ने जिन लोगों की तस्वीरें फ्लेक्सी बोर्ड पर जारी की हैं, उनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मझवां मंडल उपाध्यक्ष भोनू सिंह का नाम भी ‘चेन स्नैचर और लुटेरा’ की श्रेणी में शामिल है।
कछवा थाने द्वारा जारी सूची में भोनू सिंह को सूचीबद्ध किया गया है। पुलिस ने खुलासा किया है कि 2014 में भोनू सिंह पर मोटरसाइकिल चोरी का मुकदमा दर्ज किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने इस कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पिछले 15 वर्षों के पुराने अपराधों का सत्यापन कर जनता को जागरूक करने के लिए अपराधियों की तस्वीरें सार्वजनिक की जा रही हैं, ताकि वे दोबारा अपराध न कर सकें।
मिर्जापुर की सभी प्रमुख कोतवालियों (शहर, कटरा, चुनार, देहात, चील्ह और कछवा) ने अब तक 35 से अधिक अपराधियों की सूची जारी कर उनकी तस्वीरें सार्वजनिक स्थलों पर लगाई हैं।
भोनू सिंह के आपराधिक इतिहास के सार्वजनिक होने के बाद भाजपा संगठन में हलचल मच गई है। उनकी सोशल मीडिया प्रोफाइल, जिस पर उन्होंने खुद को मझवां मंडल उपाध्यक्ष बताया है, पर वह कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, काशी क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप सिंह पटेल और विधायक सुचिस्मिता मौर्य जैसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं के साथ तस्वीरें साझा कर चुके हैं।
भाजपा मीडिया प्रभारी ज्ञान दुबे ने कहा कि अगर भोनू सिंह पार्टी पदाधिकारी हैं और उन पर अपराध का आरोप सिद्ध होता है, तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और उन्हें पार्टी से निष्कासित किया जाएगा। मझवां मंडल अध्यक्ष आकाश सिंह ने कहा कि उन्हें भोनू सिंह के खिलाफ आपराधिक प्रकरण की जानकारी नहीं थी और अब जानकारी मिलने के बाद उनके निष्कासन के लिए जिला अध्यक्ष को पत्र भेजा जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने इस घटना पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, अपराध भाजपा के लोग कर रहे हैं और बदनाम विपक्ष को किया जाता है। अब पुलिस की कार्रवाई से सब साफ हो गया है कि सत्ता पक्ष के लोग जनता की सेवा के नाम पर क्या कर रहे हैं।



 
                                    

