वॉशिंगटन। दुनिया में कोरोना वायरस से अब तक 30 लाख 80 हजार 14 लोग संक्रमित हैं। दो लाख 12 हजार 265 की मौत हो चुकी है, जबकि नौ लाख 29 हजार 44 ठीक हो चुके हैं। यूरोप के एक रिसर्च में कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन अगले साल के आखिर तक आना मुश्किल है। वहीं, वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के एक शोधकर्ता ने कहा है कि कुल 74 हजार अमेरिकी संक्रमण से मारे जा सकते हैं।
एशियन डेवलपमेंट बैंक ने मंगलवार को संक्रमण से निपटने के लिए भारत को 1.5 बिलियन डॉलर ( करीब 11 हजार करोड़ रुपए) के कर्ज को मंजूरी दे दी। यह रकम बीमारी की रोकथाम और आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग की सामाजिक सुरक्षा पर खर्च होगी। एडीबी के अध्यक्ष मात्सुगु असकावा ने कहा कि हम इस चुनौती से निपटने में भारत का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उधर, कोरोनावायरस के चलते दुनियाभर में हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
पश्चिमी देशों में अमेरिका पर भी इसकी मार नजर आ रही है। यहां साउथ डकोटा और मैरीलैंड जैसे हवाई अड्डे सूने पड़े हैं। कभी बेहद भीड़भरे रहने वाले इन हवाई अड्डों पर अधिकांश दुकानें भी बंद हैं। यहां अब मुठ्ठीभर मुसाफिर ही पहुंच रहे हैं। यात्रियों की बेहद कम संख्या की वजह से उनकी तुरंत सुरक्षा जांच करके बोर्डिंग पास इश्यू किए जा रहे हैं, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे। वहीं, यूरोपियन सेंटर फॉर डिसीज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (ईसीडीसी) के मुताबिक, 2021 के आखिर तक कोरोना वैक्सीन का तैयार होना मुश्किल है। संस्थान ने कहा, वैक्सीन तैयार करना कठिन और काफी खचीर्ला होता है।
लेकिन, इसके कई जगह ह्यूमन ट्रायल्स चल रहे है। उम्मीद है कि ये सुरक्षित और काफी असरदार होंगे। वैक्सीन दुनिया के हिसाब से तैयार करने होंगे। उधर, 99 साल के पूर्व सैनिक टॉम मूर गुरुवार को 100वां जन्मदिन मनाएंगे। कुछ दिन पहले उन्होंने कोरोना पीड़ितों के लिए 36 मिलियन डॉलर जुटाए थे। जन्मदिन से पहले मूर को 12 लाख से ज्यादा बर्थडे कार्ड मिले हैं। मूर पिछले दिनों दुनिया की मीडिया में चैरिटी के लिए की गई पहल के लिए काफी चर्चा में रहे थे। इस बीच, चीन की रैपिड टेस्टिंग किट्स के मानकों पर खरा न उतरने के वजह से भारत ने इनका ऑर्डर कैंसल कर दिया था।
चीन ने मंगलवार को भारत के कदम को गलत और गैरजिम्मेदाराना बताया। दिल्ली स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता जि रोंग ने कहा, ह्लहमने इंडियन काउंसिल आॅफ मेडिकल रिसर्च के फैसले को गंभीरता से लिया है। चीन एक्सपोर्ट किए जाने वाले मेडिकल प्रोडक्ट्स की क्वॉलिटी को बहुत महत्व देता है। उधर, अमेरिकी कांग्रेस की समिति ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकने के फैसले की जांच शुरू कर दी है।
अमेरिका के विदेश मामलों की कांग्रेस समिति के अध्यक्ष इलियॉट ऐंजल ने विदेश मंत्रालय से इस फैसले के संबंध में जरूरी सूचना और दस्तावेज चार मई तक समिति के सामने पेश करने की मांग की। ऐंजल ने सोमवार को विदेश मंत्रालय को लिखे अपने पत्र में कहा- महामारी के प्रकोप के बीच ट्रम्प का डब्ल्यूएचओ की फंडिंग रोकने का फैसला बदले की कार्रवाई जैसा है।
इसके कारण लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई है। डब्ल्यूएचओ की कुछ गलतियां रही हैं, लेकिन संगठन ने कोरोना को लेकर दुनिया के कई देशों की सरकारों के बीच समन्वय स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है। उधर, न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, दक्षिण अमेरिकी देश अर्जेंटीना ने सभी कमर्शियल फ्लाइट्स की टिकटों की बिक्री पर सितंबर तक प्रतिबंध लगा दिया है।
मार्च से ही देश की सीमा बंद कर दी गई है। अर्जेंटीना की सीमा 15 मार्च से ही बंद है, यहां आने और जाने वाली सभी उड़ानों पर रोक लगाई गई है। इक्वाडोर, पेरू और कोलंबिया समेत कई दक्षिण अमेरिकी देशों ने सभी व्यावसायिक उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। वहीं, इटली में मरने वालों की संख्या 26 हजार 977 हो गई है।
वहीं संक्रमित लोगों की संख्या 1 लाख 99 हजार 414 पहुंच गई है। दुनिया में अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा मौतें यहीं हुई हैं। इटली के नागरिक सुरक्षा विभाग के प्रमुख एंजेलो बोरेली ने सोमवार को बताया कि 24 घंटे में 333 लोगों ने दम तोड़ा है। सोमवार को संक्रमण के एक हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।