लखनऊ। उन्नाव पीड़िता की दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में मौत के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम व वरिष्ठ नेता राजेन्द्र चौधरी के साथ विधान भवन के मुख्य द्वार के सामने धरने पर बैठ गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि यूपी सरकार को इस घटना के लिए पूरी जिम्मेदारी लेते हुए योगी सहित मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों को इस्तीफा दे देना चाहिए।
उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र की रहने वाली बलात्कार पीड़िता को पांच लोगों ने आग के हवाले कर दिया था जिसके बाद वह दिल्ली के अस्पताल में शुक्रवार को जिंदगी की जंग हार गई। पीड़िता की मौत की खबर मिलने के बाद अखिलेश पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ विधान भवन के सामने धरने पर बैठ गए।
इससे पहले उन्होंने दो मिनट का मौन रखकर दुष्कर्म पीड़िता को श्रद्धांजलि दी। अखिलेश के धरने पर बैठने की सूचना मिलते ही कार्यकर्ताओ का विधानभवन पहुंचना शुरू हो गया। सपा नेताओं ने कहा कि भाजपा राज में महिलाएं, बच्चियां सुरक्षित नहीं है। दिन पर दिन अपराध बढ़ते जा रहे है। घर से निकलने वाली बच्चियां व महिलाएं सुरक्षित नहीं है। ऐसे में सपा पीड़िता के परिवार को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ेगी।
अखिलेश यादव ने पऋकारों से बातचीत में कहा कि उन्नाव की घटना भयानक है। इस सरकार में यह पहली घटना नहीं है। आज हमारे लिए काला दिवस है। डाक्टरों की कोशिश के बाद भी उन्नाव की बेटी की जान नहीं बच सकी। सपा रविवार को सभी जिला मुख्यालयों में शोकसभाएं करके उन्नाव की बेटी को श्रद्धांजलि देंगे। विधानभवन के सामने सांकेतिक धरने के बाद अखिलेश ने कहा कि उन्नाव की घटना बहुत दुखद। इसकी जितनी भी निंदा की जाए कम है। इस सरकार में ना बेटियां सुरक्षित है ना उनका सम्मान सुरक्षित है। क्या यही भारतीय जनता पार्टी का नारा था। उन्होने कहाए समाजवादी सरकार ने दुनिया की सबसे बेहतरीन महिला हेल्प लाइन 1090 दी। सरकार ने इसे बर्बाद कर दिया। 100 नम्बर हेल्पलाइन को 112 कर दिया, आखिर यह सरकार करना क्या चाहती है?
बाद में उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में इस घटना के लिए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया और ऐलान किया कि इस घटना के खिलाफ रविवार को समाजवादी पार्टी प्रदेश के हर जिला मुख्यालय पर शोक सभा का आयोजन करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सरकार जुल्म का शिकार महिलाओं और लड़कियों की मदद नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि ऐसी सरकार जो दुख और परेशानी दे रही है, उसे हटना चाहिए। यह हमारे समाज के लिए काला दिन है।
उन्होंने कहा कि सपा रविवार को सभी जिला मुख्यालयों पर उन्नाव की बेटी के लिए शोक सभा करेगी और जितनी भी बेटियों की जान गई है उन्हें याद करेगी। सपा अध्यक्ष ने कहा, योगी सरकार के कार्यकाल में यह कोई पहली घटना नहीं है। वह समय याद कीजिए, जब मुख्यमंत्री आवास के सामने एक बेटी ने न्याय के लिए आत्मदाह की कोशिश की तब जाकर मामला दर्ज किया गया। उन्नाव की एक और बेटी ने तो पूरा परिवार खो दिया। उसके लिए भाजपा की सरकार दोषी थी और आज जिस बेटी की जान गई उसके लिए भी योगी सरकार ही कसूरवार है।
अखिलेश ने कहा कि पूरा देश हैदराबाद की घटना को लेकर गुस्से में था। वैसी ही दुखद व निंदनीय घटना उन्नाव में हो गई। यह भाजपा सरकार में पहली घटना नहीं है। उन्नाव की बेटी बहादुर थी। उसके आखिरी शब्द थे कि हमें जिंदा रहना है। वह डॉक्टर से यही कह रही थी। उन्होंने कहा कि सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। मुख्यमंत्री, डीजीपी और प्रमुख सचिव के हटे बिना प्रदेश में कानून व्यवस्था स्थापित नहीं हो सकती।