रुद्राभिषेक या पूजा पाठ करने के लिए भक्त 5100, 1100, 2100 में बुकिंग करा रहे हैं
लखनऊ। महादेव के सबसे प्रिय माह सावन की शुरूआत 22 जुलाई से होने जा रही है। सावन में भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए लोग मंदिरों में रुद्राभिषेक कराते हैं। यही नहीं कई लोग विशेष पूजा का भी आयोजन करते हैं। ऐसे में लखनऊ शहर में 5 बड़ी सिद्धपीठ और प्राचीन शिव मंदिर हैं, जहां पर भक्तों ने अभी से ही बुकिंग शुरू कर दी है।
बुद्धेश्वर महादेव मंदिर
बुद्धेश्वर महादेव मंदिर लखनऊ के बुद्धेश्वर में है। यहां पर सावन के महीने में दर्शन के लिए तीन किलोमीटर दूर तक की लाइन लगती है। ऐसे में यहां पर रुद्राभिषेक या पूजा पाठ करने के लिए भक्त 5100, 1100, 2100 में बुकिंग करा रहे हैं। कई भक्त ऐसे भी हैं जो 11000 रुपए तक की बुकिंग पूजा पाठ के लिए करा रहे हैं। आप भी बुकिंग करा सकते हैं, इसके लिए आपको मंदिर जाना होगा।
श्री महाकाल मंदिर
श्री महाकाल मंदिर राजेंद्र नगर के सेवक अतुल मिश्रा ने बताया कि यहां पर हर साल बड़ी संख्या में भस्म आरती जो प्रत्येक सोमवार को होती है, इसके अलावा रुद्राभिषेक जो सावन के पूरे महीने होता है और महाआरती जो अंतिम सोमवार को होती है उसकी बुकिंग शुरू हो चुकी है। अगर कोई इसके लिए बुकिंग कराना चाहता है तो रोज सुबह 10:30 बजे से लेकर दोपहर 12:30 बजे तक और रात में 7:00 बजे से लेकर 9:00 बजे तक राजेंद्र नगर में श्री महाकाल मंदिर में आकर बुकिंग करा सकता है।
मनकामेश्वर मंदिर
मनकामेश्वर मंदिर भोलेनाथ की सबसे मशहूर और सबसे प्राचीन मंदिर लखनऊ में मानी गई है। यहां पर सावन के पूरे महीने खासतौर पर सोमवार को कई किलोमीटर की लंबी लाइन पूजा-अर्चना और दर्शन के लिए लगती है। ऐसे में यहां पर एडवांस बुकिंग शुरू हो चुकी है। अगर किसी को बुकिंग कराना हो तो डालीगंज के मनकामेश्वर मंदिर के कार्यालय में जाकर मिल सकता है।
बड़ा शिवाला
बड़ा शिवाला लखनऊ के चौपटिया में स्थित है। सबसे बड़ी बात यह है कि शिवलिंग के अरघे में सूक्ष्म रूप में कुल 108 शिवलिंग बने हैं। इससे एक बार जल अर्पित करने से 108 शिवलिंग के दर्शन का पुण्य फल प्राप्त होता है। यही वजह है कि यहां पर 21 हजार रुपए तक की बुकिंग हो रही है। वीआईपी अलग बुकिंग करा रहे हैं जबकि साधारण लोग 5100, 1100, 2100 तक की बुकिंग करा रहे हैं।
छोटा शिवाला
छोटा शिवाला के पास ही मंझला शिवाला के भी दर्शन होते हैं। मान्यता है कि एक परिवार में तीन भाइयों की तरह ही यह तीनों शिवालय हैं। मंझला शिवाला के दर्शन के बाद ही शिव के इन तीनों स्वरूपों (छोटे, मंझले और बड़े शिवाले) का दर्शन पूर्ण माना जाता है। यहां पर भी लोगों ने बुकिंग शुरू करा दी है। यह मंदिर भी रानी कटरा में ही है।