गुरु ग्रन्थ साहिब का 420वां प्रकाश पर्व 2 से

शबद चौकी कीर्तन के कार्यक्रम से आरम्भ होगा पर्व
लखनऊ। जुगो-जुग अटल साहिब श्री गुरू ग्रन्थ साहिब जी महाराज का 420वां प्रकाश पर्व 2 से 04 सितम्बर सिख सेवक जत्थे एवं श्री गुरु सिंह सभा के सहयोग से ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री गुरु नानक देव जी नाका हिण्डोला लखनऊ में बड़ी श्रद्धा एवं सत्कार के साथ मनाया जायेगा।
सिख सेवक जत्थे के अध्यक्ष स. राजवन्त सिंह बग्गा ने बताया कि 02 सितम्बर प्रात: 5 बजे से शबद चौकी कीर्तन के कार्यक्रम से आरम्भ होगा जिसमें पांच प्यारों की अगुवाई में फूलों से सुसज्जित भव्य पालकी साहिब में विराजमान श्री गुरू ग्रन्थ साहिब जी को पुरूष, महिलाएं व बच्चे अपने कन्धों पर उठाकर फूलों तथा सुगन्धित इत्र की बरखा तथा शबद कीर्तन गायन होगा। गुरू नानक इन्टर कालेज ही बांसमण्डी लखनऊ की छात्राएं अपनी-अपनी वर्दी में बैण्ड बाजों तथा मधुर धुनों द्वारा कार्यक्रम की शोभा बढायेंगी शबद चौकी के कार्यक्रम के उपरान्त श्री अखण्ड पाठ साहिब जी के पाठ का शुभारम्भ होगा जो लगातार 48 घन्टे तक चलेगा। समाप्ति के उपरान्त ब्रेड छोले, चाय नाश्ते का लंगर संगत में वितरित किया जायेगा।
सिख सेवक जत्थे के महामंत्री स. कुलवन्त सिंह ने बताया कि 3 सितम्बर को सायं 6.30 बजे से कार्यक्रम आरम्भ होगा जो रात्रि 10 बजे तक चलेगा जिसमें श्री रहिरास साहिब के पाठ के उपरान्त रागी जत्था भाई हरभेज सिंह जी वडाला हजूरी रागी श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब शबद कीर्तन गायन कर संगत को निहाल करेंगे, मुख्य ग्रंथी ज्ञानी गुरजिंदर सिंह गुरमति विचारों द्वारा कथा व्याख्यान करेंगे। केके एनएस गुरमति संगीत एवं सिमरन साधना परिवार के बच्चे भी शबद कीर्तन गायन करेंगे। समाप्ति के उपरान्त चाय नाशते का लंगर समूह संगत में वितरित किया जायेगा।
4 सितम्बर 2024 को प्रात: 5 बजे से शबद चौकी से कार्यक्रम आरम्भ होगा जो दोपहर 3.15 तक चलेगा जिसमें रागी जत्था भाई हरभेज सिंह वडाला हजूरी रागी श्री दरबार साहिब श्री अमृतसर साहिब एवं रागी जत्था भाई गुरमीत सिंह गुरुद्वारा आशियाना वाले शबद कीर्तन गायन कर संगत को निहाल करेंगे, मुख्य ग्रंथी ज्ञानी गुरजिंदर सिंह जी गुरमति विचारों द्वारा कथा व्याख्यान करेंगे। माता गुजरी सत्संग सभा एवं सिमरन साधना परिवार के बच्चे भी शबद कीर्तन गायन करेंगे। दीवान की समाप्ति के उपरान्त गुरू का लंगर समूह संगत में वितरित किया जायेगा।

RELATED ARTICLES

अकीदत से निकला मोहर्रम का जुलूस, या हुसैन की सदाओं से गूंजा शहर

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में दसवीं मुहर्रम पर यौमे-आशूरा का जुलूस कड़ी सुरक्षा के बीच निकाला गया। इस दौरान या हुसैन या हुसैन की सदाओं...

‘तीन में न तेरह में’ पुस्तक का मूल विश्वास और आस्था

सोशल मीडिया की वजह से लोकतांत्रिक संस्कृति को बढ़ावा मिला : असीम अरुणलखनऊ। इतिहासकार डॉ. रवि भट्ट, नवीन जोशी और कनक रेखा चौहान जैसी...

देवशयनी एकादशी पर ‘बृज की रसोई’ ने बांटा नि:शुल्क भोजन

भोजन वितरित कर एक संवेदनशील मिसाल कायम कीलखनऊ। एक ओर जहाँ समाज के एक तबके के लिए देवशयनी एकादशी उपवास और धर्म-कर्म का पर्व...

Latest Articles