लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारतीय मूल की एक महिला डॉक्टर में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है और उनके नमूनों को पुष्टि के लिए पुणे की प्रयोगशाला भेजा गया है।
यह महिला परिवार के साथ कनाडा में रहती हैं और हाल में भारत आई थीं। किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के मेडिसिन विभाग के चिकित्सक प्रो डी हिमांशु ने बताया कि महिला हल्के बुखार की शिकायत लेकर बुधवार को अस्पताल आई थी। उनकी जांच की गई तो पता चला कि वह कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। दोबारा जांच में भी कोरोना वायरस संक्रमित होने की पुष्टि हुई।
उन्होंने बताया, इसके बाद महिला डॉक्टर को पृथक वार्ड में रखा गया है और उनके नमूनों को फिर से पुष्टि के लिए पुणे स्थित एनआईवी भेजा गया है। अगर पुणे में स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (एनआईवी) में भी उनके नमूने में संक्रमण की पुष्टि हुई तो यह लखनऊ में घातक कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला होगा।
प्रो हिमांशु ने बताया कि 35 वर्षीय महिला डॉक्टर और उनका परिवार कनाडा के टोरंटो में रहता है और वह आठ मार्च को अपने पति के साथ लखनऊ अपने रिश्तेदारों से मिलने आई थी। उन्होंने बताया कि उनके पति का भी दो बार परीक्षण किया गया। दोनों जांच रिपोर्ट निगेटिव आई।
उन्हें फिलहाल केजीएमयू में ही रखा गया है लेकिन उन्हें गुरुवार शाम तक अस्पताल से छुटटी दे दी जाएगी। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ संदीप तिवारी ने बताया कि अभी तक राज्य के करीब तीन सौ संदिग्ध मामले केजीएमयू में परीक्षण के लिए आए हैं, जिनमें आगरा के सात और इस महिला डॉक्टर के नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं।
शेष सभी नमूने निगेटिव थे। उन्होंने बताया कि राजधानी लखनऊ के 20 संदिग्ध रोगियों की जांच की गई जिनमें केवल यह एक महिला पाजिटिव पाई गई, शेष 19 निगेटिव पाए गए हैं।