लखनऊ, फतेहपुर, नोएडा , मुजफ्फरपुर (बिहार), मोहाली, पठानकोट, जीरकपुर (पंजाब) में करीब डेढ़ सौ मुकदमें दर्ज हैं
विशेष संवाददाता
लखनऊ। एक निजी कम्पनी बनाकर लोगों से अरबों रूपये की जालसाजी कर फरार होने वाली पच्चीस हजार की इनामियां महिला को एसटीएफ ने दबोच लिया। गिरफ्तार गयी महिला नीलम वर्मा ने लोगों को मल्टीलेवल मार्केटिंग के तहत लाखों रुपये चंद महीनों में मुनाफा दिलाने के नाम पर कंपनी में पैसा लगाने के लिए कहती थी और फिर इस तरह से उसने अरबों रूपये जमा किये और निकल गयी। एसटीएफ डिप्टी एसपी लाल प्रताप सिंह ने मानकनगर पुलिस के सहयोग दबोचकर सलाखों के पीछे भेज दिया।
मल्टीलेवल मार्केटिंग के माध्यम से जनता से अरबों रुपए की ठगी करने वाली नीलम वर्मा ने पूछताछ के दौरान बताया कि अभय कुशवाहा ने 2013 मे इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लिमिटेड कंपनी बनायी थी, जो रियल स्टेट मे काम करती थी।
जिसमें सस्ते प्लाट देने के नाम पर किस्त के रूप मे रूपया जमा किया जाता था। जिसमें अभय कुशवाहा, राजेश पाण्डेय, निखिल कुशवाहा, आजम सिद्दीकी व शकील अहमद खान के साथ खुद भी डायरेक्टर थी।
इसके बाद 2017 मे ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड कंपनी बनाई। रकम के हिसाब से दो से तीन साल में दोगुना करने का लालच देकर लोगों से रूपया जमा कराती थी।
इसके बाद 2018 में हैलोराइड लिमिटेड नामक कंपनी बनाई और विभूतिखंज स्थित साइबर हाइट्स में आॅफिस खोला।
इसके तहत लोगों को बाइक टैक्सी चलाने के नाम पर 61 हजार रुपए जमा कराते थे। जिसके बदले हर महीने 9,582 रुपये एक साल तक देने का प्रलोभन 12 माह तक देने का प्रलोभन देने पर लोग आसानी से जुड़ जाते थे।
इसमें अधिकतर टैक्सी चालक और बेरोजगार युवा थे। जिन्होंने रोजगार के चलते स्कीम में करोड़ों रुपया लगाया। जिसको लेकर हम भाग निकले। सात टीमों के 150 लोगों चला रहे थे ठगी का धंधा नीलम ने पूछताछ में बताया कि हैलो-राइड में लोगों को जोड़ने के लिए सात टीम बनाई गई थी। जिसमें करीब 150 लोग काम करते थे, जिसमे प्रेसिडेंट अपनी टीमों के माध्यम से रूपया जमा करते थे। इसके एवेज में उनको 15 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। इन कम्पनियों मे जब लगभग 100 करोड़ रुपए जमा हो गया, तो कम्पनी ने ग्राहकों को पेमेंट देना बंद कर दिया। जिसके बाद कंपनी में पैसा लगाने वालों ने मुकदमा दर्ज कराने शुरूकर दिए। 2019 से फरार थी नीलम, 23 मामले दर्ज एसटीएफ की टीम 2019 से नीलम की तलाश कर रही थी। इस मामले में मुख्य आरोपी अभय कुशवाहा मार्च 2019 में विभूतिखण्ड पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
जेल मे लगभग 3 महीने रहने के बाद अभय कुशवाहा की जमानत हो गयी, लेकिन बाद में फिर गिरफ्तार हुआ।
नीलम के ऊपर लखनऊ, फतेहपुर, नोएडा , मुजफ्फरपुर (बिहार), मोहाली, पठानकोट, जीरकपुर (पंजाब) में करीब डेढ़ सौ मुकदमें दर्ज हैं। वहीं नीलम के खिलाफ अभी तक की जांच में 23 मामले सामने आए हैं। जिसमें वह नामजद आरोपी है।