लखनऊ। इंदिरानगर के चांदन गांव में पति की पिटाई से परेशान होकर महिला ने गला घोंटकर पति की हत्या कर दी। घटना के बाद फरार होने की फिराक में बजरंग चौराहे पर पहुंची महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हत्या से दो दिन पहले महिला ने अपने बच्चों को भी सीतापुर स्थित गांव भेज दिया था।
सीतापुर के मछरेहटा स्थित मिरचौडी रामशाला निवासी 36 वर्षीय मौजी लाल निजी कंपनी में कर्मचारी थे और इंदिरा नगर के चांदन गांव में पत्नी सरोजनी, बेटे अंकुल और बेटी के साथ रहते थे। पुलिस के मुताबिक मौजी लाल शराब के लती थे। शुक्रवार देर रात नशे में धुत होकर घर पहुंचे। इसके बाद पत्नी से उनका झगड़ा हुआ। कुछ देर बाद दोनों लोग सो गए। सुबह वह उठ कर कहीं चले गए। दोपहर में फिर नशे में धुत होकर घर पहुंचे। सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) ए. विक्रम सिंह ने बताया कि दोपहर में दोनों के बीच शराब पीने को लेकर विवाद हुआ।
इसके बाद दोनों के बीच मारपीट होने लगी। इसी दौरान सरोजनी ने गला घोंटकर पति की हत्या कर दी। शोरगुल सुनकर पड़ोसी एकत्रित हो गए। इस बीच सरोजनी मौके से फरार हो गई। पड़ोसियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर सरोजनी को बजरंग चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने मारपीट करने के बाद परेशान होने के चलते पति की हत्या करने की बात कही है।
कुछ दिन पहले मौजी ने तोड़ा था पत्नी का मोबाइल : घटना की सूचना पर मौजी का बेटा अंकुल अन्य परिवारजन के साथ सीतापुर से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। उसने बताया कि कुछ दिन पहले पापा और मम्मी के बीच मारपीट हुई थी। किसी बात को लेकर पापा ने उनका मोबाइल भी सिलबट्टे से तोड़ दिया था।
दो दिन पहले मां ने अंकुल और उसकी बहन को मौसी रोली के घर भेज दिया था। एसीपी ने बताया कि मामले में फिलहाल किसी अन्य की संलिप्तता नहीं मिली है। विभिन्न पहलुओं पर जांच जारी है।