मुंबई। स्थानीय बाजारों में प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को शुरुआती बढ़त गंवाते हुए हल्की गिरावट के साथ बंद हुए। इस दौरान खासकर वित्तीय कंपनियों के शेयरों में नरमी देखने को मिली।
कारोबारियों ने कहा कि रुपये की कमजोरी और विदेशी निवेशकों द्वारा बिकवाली के चलते भी बाजार पर दबाव बढ़ा। बीएसई सेंसेक्स 31.12 अंक या 0.06 फीसदी की गिरावट के साथ 50,363.96 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 19.05 अंक या 0.13 प्रतिशत फिसलकर 14,910.45 पर आ गया। इस तरह बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट हुई।
सेंसेक्स में सबसे अधिक 1.56 प्रतिशत की गिरावट एलएंडटी में हुई। इसके अलावा आईसीआईसी बैंक, एसबीआई, कोटक बैंक, एचडीएफसी बैंक, एनटीपीसी, एक्सिस बैंक और बजाज फिनसर्व भी गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे। दूसरी ओर एशियन पेंट्स, डॉ रेड्डीज, एचसीएल टेक, एचयूएल और भारती एयरटेल मुनाफे में थे। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख बिनोद मोदी ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों ने शुरुआत में बढ़त हासिल की थी पर वैश्विक शेयर बाजारों से सकारात्मक संकेत के बाजवूद कारोबार के अंत में बाजार गिर कर बंद हुए।
उन्होंने बताया कि वित्तीय शेयरों के चलते एक बार फिर बाजार पर दबाव बना। अच्छी आमदनी बनी रहने की उम्मीद के चलते आईटी शेयर ने निवेशकों का ध्यान अपनी ओर खींचा। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के चलते भी बाजार की चिंता बढ़ी है। इसके अलावा अस्थिर बांड बाजार और मुद्रास्फीति को लेकर भी निवेशक सतर्क हैं।
इस दौरान बीएससी बैंकेक्स, फाइनैंस, धातु, रियल्टी और पूंजीगत वस्तुओं में 1.03 प्रतिशत तक की गिरावट हुई, जबकि आईटी, टेक, दूरसंचार और एफएमसीजी बढ़त के साथ बंद हुए। व्यापक आधार वाले बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 0.40 प्रतिशत बढ़कर बंद हुए। एशिया में शंघाई, हांगकांग, टोक्यो और सियोल के बाजार बढ़त के साथ बंद हुए। इस बीच वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.61 फीसदी की गिरावट के साथ 67.77 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।