लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सभी संवेदनशील स्थानों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और नियमित गश्त जारी है ताकि जुमे की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न हो सके और कहीं कोई अप्रिय घटना ना हो। पिछले हफ्ते जुमे की नमाज के बाद प्रदेश में व्यापक हिंसा हुई थी इसलिए इस बार पुलिस प्रशासन पूरी तरह सतर्क है।
प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने बताया कि शांति बनाए रखने के मकसद से अर्धसैनिक बलों के 3,500 जवान तथा पीएसी के 12 हजार जवान तैनात किए गए हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एहतियातन गाजियाबाद, बुलंदशहर, मेरठ, मुजफ्फरनगर और शामली में इंटरनेट सेवाएं पुन: बंद कर दी गई हैं।
आगरा में इंटरनेट सेवाएं शुक्रवार शाम तक बंद रहेंगी। डीजीपी ने बताया कि प्रदेश के 75 में से 21 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पिछले सप्ताह शुक्रवार को गोरखपुर में हुई हिंसा के मद्देनजर पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शांति समितियों के साथ बैठक की गई। जिले में पुलिस बल के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों के जवान भी तैनात किए गए हैं। गोरखपुर के जिलाधिकारी विजएन्द्र पांडियन ने बताया कि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन कैमरे भी लगाए गए हैं।
इस बीच बीते सप्ताह हिंसा के दौरान सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है। अलग अलग जिलों में 372 लोगों को नोटिस दिए गए हैं। गृह विभाग के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि हिंसा की विभिन्न घटनाओं में 19 लोगों की मौत हुई है। 288 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें से 61 गोली लगने से जख्मी हुए हैं। उन्होंने बताया कि 327 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं जबकि 5,558 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है।