-एनएसएस का कोविड 19 पर वेबिनार में जुटे लगभग 755 प्रतिभागी
लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) ने यूनीसेफ के सहयोग से कोविड-19 पर प्रशिक्षण-सह-अभिविन्यास वेबिनार कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें लखनऊ विश्वविद्यालय व सहयुक्त महाविद्यालयों से 755 कार्यक्रम अधिकारियों व वॉलंटियर्स ने प्रतिभाग किया। यह प्रदेश भर में आयोजित की गई वेबिनार कार्यक्रमों में सर्वाधिक प्रतिभागिता वाली वेबिनार कार्यक्रम था।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अशोक श्रोती, राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य संपर्क अधिकारी डॉ. अंशुमाली शर्मा, यूनीसेफ की तरफ से डॉ. निर्मल सिंह, डॉ. अनुजा भार्गव, डॉ. अनन्या घोषाल और डॉ. दयाशंकर पैनलिस्ट के तौर पर उपस्थित रहे।
यूनीसेफ के विशेषज्ञों ने कोरोना संकट की वर्तमान स्थिति और इससे बचाव संबंधी महत्त्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की। कार्यक्रम में डॉ अशोक श्रोती ने एनएसएस की कोविड 19 के विरुद्ध लड़ाई में भूमिका पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्र के प्रति अपने कर्त्तव्यों के और सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर दिया।
डॉ. निर्मल ने कोविड-19 के वर्तमान हालात पर व रेड जोंस की स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि रेड जोंस में लगभग सभी इलाकों में कोरोना के मरीज हैं। यदि 14 दिनों तक रेड जोन्स में कोई नया मरीज नहीं मिलता है तो वह क्षेत्र आॅरेंज जोन में आ जायेगा। पुन: 14 दिनों तक नया मरीज न मिलने पर क्षेत्र ग्रीन जोन में आ जायेगा।
डॉ अनुजा भार्गव ने वर्तमान परिस्थिति में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने एवं पौष्टिक आहार लेने को अत्यंत जरूरी बताया। घर में बनाया हुआ ताजा भोजन इस दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को भी घर का बना हुआ ताजा भोजन करना चाहिए। महिलाओं में रक्ताल्पता सम्बन्धी समस्या के लिए उन्होंने बताया कि उन्हें आयरन तथा कैल्शियम की दवाओं का उपयोग करना चाहिए।
डॉ अनन्या घोषाल ने हाथ धोने की सही विधि साझा की। सैनिटाइजर में यह ध्यान रखना है कि 70% अल्कोहल बेस्ड हो। उन्होंने बताया कि कई जगह हैंडवाशिंग स्टेशंस भी लगाए गए हैं। डॉ दयाशंकर ने पीपीटी के माध्यम से राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा कोरोना हॉट जोन्स में सामाजिक जागरुकता के लिए मान्य विधियों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि सभी कार्यक्रम अधिकारियों तथा वॉलंटियर्स को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनकी सूचनाएं स्वास्थ्य कर्मियों तक सही ढंग से पहुंची या नहीं। उन्हें लगातार उनके संपर्क में रहना चाहिए और इस संदर्भ में समय-समय पर सरकार और प्रामाणिक संस्थानों से प्राप्त निदेर्शों को उन तक पहुंचाना चाहिए। उन्होंने आशा जताई कि जल्द ही हम इस संकट से मुक्त होंगे।
राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य संपर्क अधिकारी डॉ अंशुमाली शर्मा ने कोविड -19 संकट के बीच प्रदेश स्तर पर राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा किये जा रहे सेवा कार्यों का विस्तारपूर्वक उल्लेख किया। एनएसएस के लविवि के कार्यक्रम समन्वयक डॉ राकेश द्विवेदी ने बताया कि इन प्रशिक्षण व अभिविन्यास कार्यक्रमों से प्रशिक्षित होकर लखनऊ विश्वविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारियों ने अपनी इकाइयों के वॉलंटियर्स को भी प्रशिक्षित किया है और क्षेत्र में लोगों को कोरोना संकट के प्रति जागरुक किया है। उन्होंने पैनेलिस्टों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए वेबिनार का समापन किया।