लखनऊ। सीएए और एनआरसी के विरोध मे घण्टाघर पर महिलाओं का धरना-प्रदर्शन चौथे दिन भी जारी रहा। धरने में शामिल सैकड़ों महिलाओं पर पुलिस ने धारा 144 के तहत मुकदमा भी दर्ज किया है। मंगलवार को धरना और उग्र हो गया, जब प्रदर्शन कर रही महिलाओं को पता चला कि मुनव्वर राना की बेटी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
प्रदर्शन के दौरान इस पर सियासत भी गरमा गई। किसी ने इसे दमनकारी नीति बताया, तो किसी ने सरकार के खिलाफ नारे लगाये। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में घंटाघर में हो रहे प्रदर्शन के मामले में शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैय्या राना, फौजिया राना भी शामिल हैं।
इसके आलावा अब तक 140 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ दर्ज की गई है। एडीसीपी पश्चिमी विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि धारा 144 के चलते प्रदर्शन पूरी तरह असंवैधानिक है। पहली एफआईआर ठाकुरगंज थाने में तैनात दारोगा सेठ पाल सिंह ने आईपीसी की धारा 147, 145, 188 और 283 के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है।
इस एफआईआर में 20 वाहनों का भी जिक्र किया गया है। दूसरी एफआईआर ठाकुरगंज थाने में तैनात दारोगा कैलाश नारायन त्रिवेदी ने लईस हसन और नसरीन जावेद के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 505 1 बी के तहत दर्ज करवाई है। तीसरी एफआईआर ठाकुरगंज थाने में तैनात महिला सिपाही ज्योति कुमारी ने शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैय्या राना, फौजिया राना, रूखसाना, शबी फातिमा और 10 अज्ञात महिलाओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 145, 188 और 352 के तहत ठाकुरगंज थाने में दर्ज करवाई थी।





