लखनऊ। 17 नवंबर 2025 रोड सेफ़्टी नेटवर्क (आर.एस.एन) ने कंज्यूमर वॉयस और कंज्यूमर गिल्ड, लखनऊ के साथ मिलकर विश्व सड़क दुर्घटना पीड़ित स्मरण दिवस 2025 के अवसर पर आज लखनऊ में पदयात्रा और श्रद्धांजली सभा का आयोजन किया। कार्यक्रम में सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी गई और उत्तर प्रदेश में प्रभावी स्पीड मैनेजमेंट तथा व्यापक राज्य सड़क सुरक्षा कार्ययोजना की तात्कालिक आवश्यकता पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत ट्रिब्यूट मीट से हुई, जिसमें मुख्य रूप से सहायक पुलिस आयुक्त विकास कुमार पांडेय ने सड़क सुरक्षा में महिला शक्ति की सहभागिता को अहम बताया, उन्होंने कहा वॉकाथन जैसे कार्यक्रम यह याद दिलाते हैं कि गति नियंत्रण कमजोर सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है नागरिकों, प्राधिकरणों और नीतिनिर्माताओं के सामूहिक प्रयास से ही रोकी जा सकने वाली मौतों में कमी लाई जा सकती है।
डी के सिंह, थानाध्यक्ष मोहनलाल गंज ने भी सड़क सुरक्षा के नियम को पालन करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्पीडिंग हमारे सड़क सुरक्षा परिदृश्य की सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक है तथा हमारी प्राथमिकता सभी के लिए सुरक्षित गतिशीलता सुनिश्चित करना है- विशेषकर पैदल यात्रियों, साइकिल चालकों और दोपहिया चालकों के लिए जो सबसे अधिक जोखिम में रहते हैं सुरक्षित गति और जिम्मेदार सड़क व्यवहार को बढ़ावा देना जीवन बचाने की कुंजी है।

डा अजय पांडेय, उपाध्यक्ष नरेडको, उत्तर प्रदेश ने सड़क सुरक्षा को एक महत्वपूर्ण विषय बताया तथा जिसमें जनभागीदारी आवश्यक है। सैयद एहतिशाम, रोड सेफ्टी एक्सपर्ट, मारुति सुजुकी ड्राइविंग स्कूल ने सड़क सुरक्षा के नियमो की विस्तार से जानकारी दी, प्रदीप सिंह सड़क सुरक्षा पर ग़ैर सरकारी संघटन की भूमिका आवश्यक बताया। उपस्थित लोगों ने- रिमेम्बर सपोर्ट एक्ट के संदेश को अपनाते हुए यह संकल्प दोहराया कि सड़क पर लिया गया हर ज़िम्मेदार निर्णय किसी की जान बचा सकता है। सभी प्रतिभागियों ने सड़क दुर्घटना पीड़ितों के लिए मौन रखा तथा सड़क सुरक्षा की शपथ ली।
ए कॉल फॉर स्पीड मैनेजमेंट एंड ए रोड सेफ्टी एक्शन प्लान के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में राज्य में बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं-विशेषकर पैदल यात्रियों, साइकिल चालकों और दोपहिया चालकों जैसे कमजोर सड़क उपयोगकर्ताओं की बढ़ती मृत्यु दर पर चिंता व्यक्त की गई इस पद यात्रा ने वैज्ञानिक गति प्रबंधन और सुरक्षित सड़क वातावरण अपनाने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
प्रतिभागियों ने शहर के निर्धारित मार्गों पर धीमी गति, सुरक्षित सड़कें और गति कम करें, जीवन बचाएँ जैसे संदेशों वाले प्लेकार्ड लेकर पांडेय काम्प्लेक्स मोहनलाल गंज से पदयात्रा प्रारम्भ होकर मोहनलाल गंज बाजार, तहसील होते हुए थाना मोहनलाल गंज में समाप्त हुई। कार्यक्रम में विशेष कर महिला समूहों ने बड़ी संख्या मेँ प्रतिभाग किया।
नागरिकों, छात्रों, वरिष्ठ नागरिकों, युवा समूहों और विभिन्न नागरिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी ने यह संदेश मजबूत किया कि सड़क सुरक्षा एक साझा ज़िम्मेदारी है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) की रोड एक्सीडेंट्स इन इंडिया 2023 रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश में 44,534 सड़क दुर्घटनाएँ दर्ज हुई और 23,652 लोगों की मृत्यु हुई यह संख्या देश में सबसे अधिक है। सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतें सिर्फ आंकड़े नहीं हैं- हर एक मौत एक अधूरी कहानी है।
कंज्यूमर गिल्ड के अभिषेक श्रीवास्तव ने कहा- स्पीड मैनेजमेंट को राज्य की व्यापक सड़क सुरक्षा योजनाओं में शामिल करना आवश्यक है साक्ष्य-आधारित मॉडल, प्रसंग-विशिष्ट गति सीमा और ठोस रोड सेफ़्ट्री एक्शन प्लान गंभीर दुर्घटनाओं को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। पदयात्रा का का समापन इस सामूहिक संकल्प के साथ हुआ कि उत्तर प्रदेश में सड़क सुरक्षा को एक सामुदायिक आंदोलन में बदला जाएगा इस अवसर पर यह रेखांकित किया गया कि सुरक्षित गति, सुरक्षित सड़कें और सुरक्षित व्यवहार ही जीवन बचाने की रणनीति का आधार होना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन अवधेश कुमार द्वारा किया गया।





