न्यूयॉर्क. नोवाक जोकोविच ने करीब पौने दो घंटे तक चले अमेरिकी ओपन फाइनल में दानिल मेदवेदेव को हराकर रिकॉर्ड 24वां एकल ग्रैंडस्लैम जीता।
लगभग एक जैसी शैली में खेलने वाले दोनों खिलाड़ियों के बीच मुकाबला रोचक रहा। दर्शकों ने इसका पूरा मजा लिया और जीतने के बाद जोकोविच कोर्ट पर ही बैठ गए और दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया।
अपनी पूरी ऊर्जा का इस्तेमाल करके जोकोविच ने 6-3, 7-6, 6-3 से जीत दर्ज की। जीत के बाद उन्होंने कहा, मैने कभी सोचा भी नहीं था कि यहां खड़े होकर 24वें ग्रैंडस्लैम के बारे में बात करूंगा। मुझे कभी नहीं लगा था कि यह सच होगा। ओपन युग में सबसे उम्रदराज चैम्पियन बने सर्बिया के इस खिलाड़ी ने कहा, पिछले कुछ साल में मुझे लगने लगा था कि शायद मैं ऐसा कर सकता हूं। शायद इतिहास रच सकता हूं।
उन्होंने सेरेना विलियम्स को पछाड़ा जिनके नाम 23 ग्रैंडस्लैम हैं। ओपन युग में 24 ग्रैंडस्लैम जीतने वाले वह पहले खिलाड़ी हैं. हारने के बाद मेदवेदेव ने कहा, आखिर वह नोवाक है। उसे तो यहां होना ही था। उन्होंने कहा, निश्चित तौर पर मुझे खेद है। मुझे जीतना चाहिये था।
जोकोविच ने कहा, मैने अपनी ओर से पूरा प्रयास किया कि वह पल मेरे जेहन में नहीं आये। दो साल पहले यह हुआ था और मैं अच्छा नहीं खेला था। यह उनका चौथा अमेरिकी ओपन खिताब है। वह कोरोना का टीका नहीं लगवाने के कारण एक साल पहले यहां नहीं खेल सके थे। उन्होंने दस आस्ट्रेलियाई ओपन, सात विम्बलडन और तीन फ्रेंच ओपन भी जीते हैं।
स्पेन के रफेल नडाल के नाम 22 ग्रैंडस्लैम हैं और रोजर फेडरर 20 ग्रैंडस्लैम जीतकर रिटायर हुए। जोकोविच अब एटीपी रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज हो जायेंगे।
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