लखनऊ। गत 24 मर्च से 31 मई तक कोविड-19 वायरस के कारण देश भर में लाकडाउन के कारण ट्रेन सेवाएं भी बंद रही। इस दौरान तमाम यात्रियों जिन्होंने एडवांस टिकट आरक्षित कराये थो रेलवे ने उन्हें रिफंड देने के लिए छह माह तक का समय दिया था ताकि अनावश्यक रूप से आरक्षण केंद्र पर लोग रिफंड के लिए भीड़ न लगाये ताकि लोग कोरोना संक्रमण से बच सके।
उत्तर रेलवे के पीआरओ दीपक कुमार ने बताया कि यात्रियों को पहले आनलाइन रिफंड के लिए आवेदन करने को कहा गया था बाद में आरक्षण केंद्र खोले जाने पर कांडटर से रिफंड वापस किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे ने 21 मार्च से 31 मई के बीच यात्रियों को आनलाइन मोड पर पहले से इस अवधि में यात्रा के लिए आरक्षित टिकटों का रिफंड के तहत 1885 करोड़ रुपये का भुगतान वापस किया है जिनकी यात्रा ट्रेनें रद्द होने के कारण नहीं हो सकी थीं।
आनलाइन भुगतान होने की वजह से उन यात्रियों को अनावश्यक रूप से काउंटर तक आने की जरुरत नहीं पड़ी। उन्होंने बताया कि यात्रियों को पूरा रिफंड वापस किया गया है और उसमें किसी प्रकार की कोई कटौती नहीं की गई है।





