पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को उस समय सभी को चौंका दिया जब वह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने पटना के एक होटल पहुंचे। अमित शाह राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रणनीति तय करने आए हैं। जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फूलों का गुलदस्ता देते हुए तस्वीरें दोनों नेताओं ने एक्स पर अपने-अपने खातों से साझा कीं।
दोनों दलों ने आधिकारिक तौर पर कुछ भी कहने से इनकार किया, लेकिन नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी। हालांकि, उन्होंने संतोष व्यक्त किया कि कुमार का यह कदम मीडिया के एक वर्ग में जारी उन अटकलों पर विराम लगाएगा, जिनमें कहा जा रहा था कि कुमार ने पिछले सप्ताह शहर में आए केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा प्रमुख जगत प्रकाश नड्डा से मिलने से इनकार कर दिया था।
राज्य में चुनावों की घोषणा कुछ ही हफ्तों में होने की संभावना है, और राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार लगातार पांचवीं बार पद पर काबिज होने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। कुमार की भाजपा में दूसरे सबसे महत्वपूर्ण नेता माने जाने वाले अमित शाह से मुलाकात जद(यू) अध्यक्ष द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को पूर्णिया जिले में एक रैली में यह आश्वासन देने के तीन दिन बाद हुई कि वह अब पूरी तरह से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ हैं।
कुमार ने कांग्रेस-राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन के साथ अपने पुराने संबंधों के लिए जद(यू) के साथियों की सलाह को जिम्मेदार बताया। इस बीच, गठबंधन सहयोगी से मुलाकात के थोड़ी देर बाद अमित शाह मगध-शाहाबाद क्षेत्र के 10 जिलों के पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं से संवाद करने के लिए डेहरी-आन-सोन के लिए रवाना हो गए। इस क्षेत्र में 2020 के विधानसभा चुनाव और पिछले साल के लोकसभा चुनाव में राजग का प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा था। शाह के इस दौरे का समापन केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के लोकसभा क्षेत्र बेगूसराय जाने के साथ होने की उम्मीद है। वहां वह मुंगेर और पटना संभाग के पार्टी पदाधिकारियों के साथ इसी तरह का संवाद करेंगे।