satyaprem ki katha Review: लखनऊ। बीते साल गर्मियों की छुट्टियों में रिलीज हुई फिल्म भूल भुलैया 2 से बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा चुकी जोड़ी कार्तिक आर्यन और कियारा आडवाणी एक बार फिर फिल्म सत्यप्रेम की कथा में साथ हैं। पहले इस फिल्म का नाम सत्यनारायण की कथा रखा गया था, लेकिन इसे लेकर विवाद होने की संभावना के चलते इसे सत्यप्रेम की कथा कर दिया गया। देशभर के करीब 2000 स्क्रीन पर रिलीज हुई सत्यप्रेम की कथा को लेकर यंगस्टर्स में काफी क्रेज है। फिल्म की कहानी कुछ ऐसी है। अहमदाबाद में रहने वाला सत्यप्रेम उर्फ सत्तू कार्तिक आर्यन बेरोजगार है। एलएलबी फाइनल ईयर में फेल होने के बाद वह फिलहाल घर पर ही अपने पापा, मम्मी और बहन के साथ रहता है। अपने सारे दोस्तों की शादी हो जाने के चलते सत्तू मोहल्ले का इकलौता कुंवारा लड़का है, जो रोजाना अपनी शादी के सपने देखता है। करीब एक साल पहले गरबा नाइट में सत्तू की मुलाकात कथा कियारा आडवाणी से हुई थी।
शादी के लिए मरे जा रहे सत्तू ने सीधे-सीधे कथा को प्रपोज भी कर दिया, लेकिन उसने पहले से बॉयफ्रेंड होने के चलते सत्तू को भाव नहीं दिया। लेकिन इस साल नवरात्रि में सत्तू को जैसे ही पता चलता है कि कथा का ब्रेकअप हो गया है तो वह दोबारा चांस मारने उसके घर पहुंच जाता है। लेकिन वहां कुछ ऐसी घटना घटती है कि कथा के पिता उसकी शादी सत्तू के साथ कर देते हैं। कथा इसके लिए राजी नहीं थीए लेकिन पिता के दबाव में उसे ऐसा करना पड़ता है। बेटे की शादी बड़े बाप की बेटी से होने के चलते सत्तू के घरवाले बेहद खुश हैं। लेकिन शादी के बाद सत्तू और उसके घरवालों का सामना कथा की जिंदगी से जुड़ी एक ऐसी हकीकत से होता है, जो उन्हें हिलाकर रख देती है। फिल्म की बाकी कहानी जानने के लिए आपको सिनेमाघर जाना होगा।
डायरेक्टर समीर विद्वांस ने बेहतरीन कहानी पर शानदार फिल्म बनाई हैए लेकिन फिल्म की कहानी कहीं.कहीं धीमी पड़ जाती है। वहीं डायलॉग्स में कुछ गुजराती शब्द भी आपको समझने में दिक्कत हो सकती है। पहले हाफ में फिल्म आपका भरपूर मनोरंजन करती है और कहानी का प्लॉट भी सेट करती है, लेकिन सेकंड हाफ में यह क्लाइमैक्स तक पहुंचने में उम्मीद से ज्यादा वक्त लेती है। हालांकिए क्लाइमैक्स में फिल्म महिला सशक्तिकरण का जोरदार मेसेज देती है कि महिला के ना का मतलब ना होता है। वहीं जो लोग यह कहते हैं कि नई उम्र के कपल प्यार का मतलब नहीं जानते, ये फिल्म उन्हें बताती है कि नई जेनरेशन के कपल एक-दूसरे की खातिर किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
सत्यप्रेम की कथा में कार्तिक आर्यन से लेकर गजराज राव तक की एक्टिंग
कार्तिक आर्यन ने फिल्म सत्यप्रेम की कथा में शानदार काम किया है। वह न सिर्फ आपको हंसाते हैं, बल्कि एक परफेक्ट हसबैंड के रूप में नजर आते हैं। बेशक फिल्म को देखने के बाद हर लड़की सत्तू जैसा पति तलाशेगी। वहीं कियारा न सिर्फ स्क्रीन पर बेहद खूबसूरत लगी हैं, बल्कि उन्होंने इमोशनल दृश्यों में शानदार एक्टिंग की है। सत्तू के पिता के रोल में गजराज राव ने बढ़िया एक्टिंग की है। वहीं बाकी कलाकार भी अपने रोल में जमे हैं। अगर आप नए जमाने की खूबसूरत और इमोशनल लव स्टोरी देखना चाहते हैं, तो इस वीकेंड फिल्म सत्यप्रेम की कथा का टिकट खरीद सकते हैं।