लखनऊ। देश के विभिन्न इलाकों में महिलाओं के खिलाफ हो रहे जघन्य अपराधों पर बसपा (बहुजन समाज पार्टी) सुप्रीमो मायावती ने शुक्रवार को चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पुलिस ऐसे आपराधिक तत्वों को सरकारी मेहमान बनाकर इनकी आवभगत करने के बजाए हैदराबाद पुलिस की तरह सख्त कार्वाई करती है तो इन अपराधों पर काफी कुछ अंकुश लगाया जा सकता है।
मायावती ने अपने बयान में कहा, प्रदेश में मेरी हुकूमत में कानून का राज कायम था तथा सरकार का इकबाल बुलन्द रहता था क्योंकि अपराधियों के खिलाफ दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मैं और मेरी सरकार काफी सख्त कानूनी कार्वाई करती थी। लेकिन वर्तमान में प्रदेश में कानून का नहीं बल्कि अपराधिक तत्वों का ही जंगलराज चल रहा है।
वहीँ, मायावती के इस जंगलराज वाले बयान पर यूपी पुलिस ने ट्वीट कर जवाब देते हुए कहा,’आंकड़े सारी कहानी खुद बयां करते हैं। जंगलराज अब बीती बात हो चुकी है। अब इसकी कोई जगह नहीं है। बीते दो सालों में हुईं 5178 मुठभेड़ों में 103 अपराधी मारे गए हैं और 1859 घायल हुए हैं। 17,745 अपराधियों ने या तो आत्मसमर्पण कर दिया या अपनी जमानत रद्द करवाकर जेल चले गए। वह सरकारी मेहमान नहीं हैं।’
The figures speak for themselves. Jungle Raj is a thing of the past. No longer now.
103 criminals killed and 1859 injured in 5178 police engagements in the last more than 2 years.
17745 criminals surrendered or cancelled their own bails to go to jail.Hardly state guests. https://t.co/3Tk8qFLtK3
— UP POLICE (@Uppolice) December 6, 2019
इसके अलावा मायावती ने कहा, आपराधिक तत्वों को सरकारी संरक्षण प्राप्त है तथा उन्हें सरकारी मेहमान बनाकर उनकी हर स्तर पर आवभगत की जाती है। अभी हाल ही में उन्नाव में एक महिला को जिन्दा व दिन दहाड़े जलाकर मारने का प्रयास आदि ऐसी अनेकों घटनाएं हैं जिनसे मानवता शर्मसार हो रही है और अगर हैदराबाद पुलिस की तरह उप्र व दिल्ली की पुलिस भी सख्त कार्वाई करने लगे तो संभव है कि महिलाओं के प्रति जघन्य अपराध थम जाए।