मुंबई। वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख के बीच स्थानीय शेयर बाजार दो दिन की गिरावट के बाद शुक्रवार को बढ़त के साथ बंद हुए। निवेशकों ने हालिया गिरावट वाले बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में जमकर लिवाली की, जिससे बाजार चढ़ गए। कारोबारियों ने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपये के मजबूत होने से भी बाजार धारणा को बल मिला।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 568.38 अंक या 1.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ 49,008.50 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 182.40 अंक या 1.27 प्रतिशत की बढ़त के साथ 14,507.30 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स की कंपनियों में बजाज फाइनेंस का शेयर सबसे अधिक 4.49 प्रतिशत चढ़ गया। एशियन पेंट्स, टाइटन, हिंदुस्तान यूनिलीवर, बजाज ऑटो, भारती एयरटेल, एचडीएफसी और नेस्ले इंडिया के शेयर भी लाभ में रहे।
सेंसेक्स की बढ़त में एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयरों का प्रमुख योगदान रहा। उच्चतम न्यायालय ने साइरस मिस्त्री को टाटा समूह के कार्यकारी चेयरमैन पद पर बहाल करने के राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) के फैसले को रद्द कर दिया है। इससे टाटा समूह की कंपनियों के शेयर लाभ में रहे। वहीं दूसरी ओर पावरग्रिड, इंडसइंड बैंक, आईटीसी और मारुति के शेयर 0.97 प्रतिशत तक टूट गए। साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स 849.74 अंक या 1.70 प्रतिशत टूटा है।
वहीं निफ्टी में साप्ताहिक आधार पर 236.70 अंक या 1.60 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, आर्थिक वृद्घि की राह में अड़चन की आशंका के बीच शेयर बाजारों में एकीकरण हो रहा है। अमेरिका के रोजगार बाजार के सकारात्मक आंकड़ों तथा चौथी तिमाही में अमेरिकी की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 4.3 प्रतिशत पर पहुंचने से यह गिरावट कुछ कम हुई है।
नायर ने कहा, घरेलू मोर्चे पर आंकड़ों से पता चलता है कि चौथी तिमाही में आर्थिक गतिविधियां बेहतर रही हैं। कोविड-19 संक्रमण की दूसरी लहर और ऊंचे मूल्यांकन की वजह से निकट भविष्य में बाजार में उतार-चढ़ाव रहेगा। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप में 1.66 प्रतिशत का लाभ रहा। अन्य एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट, हांगकांग का हैंगसेंग, जापान का निक्की और दक्षिण कोरिया का कॉस्पी उल्लेखनीय लाभ के साथ बंद हुए।
शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार भी बढ़त में थे। इस बीच, वैश्विक बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 2.05 प्रतिशत की बढ़त के साथ 63.22 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 11 पैसे की बढ़त के साथ 72.51 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इससे पिछले तीन कारोबारी सत्रों में रुपये में गिरावट आई थी।