लखनऊ। लोकसभा चुनाव के तहत उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर मतगणना का काम कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार सुबह आठ बजे शुरू हो गया। लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के साथ ही आगरा उत्तर तथा निघासन विधानसभा सीटों के उपचुनाव की मतगणना भी की जा रही है।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू ने बताया कि प्रदेश में कुल 77 मतगणना केन्द्र बनाए गए हैं। आजमगढ़ तथा कुशीनगर में मतगणना दो केन्द्रों पर हो रही है, जबकि अन्य जिलों में मतगणना कार्य एक-एक केंद्र पर हो रहा है। मतगणना में प्रदेश के कुल 979 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
मतगणना के लिए स्ट्रांग रूम को सभी प्रत्याशियों अथवा उनके अभिकर्ता तथा निर्वाचन आयोग द्वारा नामित प्रेक्षक की उपस्थिति में खोला जाएगा एवं मतगणना के लिए मशीनें मतगणना स्थल पर लाई जाएंगी। प्रत्एक विधानसभा खण्ड में मतगणना के लिए आमतौर पर 14 मतगणना टेबिल तथा एक एआरओ टेबिल लगाई गई हैं। एआरओ टेबिल सहित प्रत्एक टेबिल पर हर उम्मीदवार को एक काउन्टिंग एजेन्ट लगाए जाने की अनुमति है।
लू ने बताया कि मतगणना के समय जिन मतदेय स्थलों पर माकपोल के दौरान माकपोल के मतों को मशीन से क्लियर नहीं किया गया था उन पर निर्वाचन आयोग ने वीवीपैट स्लिप से गणना किए जाने के निर्देश दिए हैं। मतगणना कार्य त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में किया जा रहा है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त संख्या में केन्द्रीय रिजर्व बल एवं स्थानीय बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई है। काउन्टिंग रूम में मतगणना कक्ष के अन्दर जब तक किसी विशेष परिस्थिति में आरओ द्वारा आदेशित न किया जाए, पुलिस बल प्रवेश नहीं करेगा।