11 जिलों में लंपी रोग का प्रकोप।
9000 से अधिक गोवंश प्रभावित।
टीकाकरण अभियान शुरू, हेल्पलाइन जारी।
लखनऊ। गोवंश में होने वाली संक्रामक बीमारी लंपी (एलएसडी) ने प्रदेश के 11 जिलों को अपनी चपेट में ले लिया है। अब तक इस रोग से प्रभावित गोवंश की संख्या नौ हजार से अधिक हो गई है। प्रदेश सरकार का मानना है कि इस संक्रामक रोग का फैलाव बिहार से हुआ है। संक्रामक रोग से प्रभावित 11 जिलों में पशुओं के लिए लाकडाउन लगाया गया है। इन जिलों में और न ही बिहार से पशुओं का आवागमन हो सकेगा। इस रोग से गोवंश को बचाने के लिए बेंगलुरू से 60 हजार से अधिक वैक्सीन मंगाई जा चुकी है।
पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रदेश के 11 जिलों चंदौली, गाजीपुर, बलिया, देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, मऊ, संतकबीरनगर एवं महराजगंज में लंपी स्किन डिजीज वायरस फैला हुआ है। अब तक 9353 गोवंश इस रोग से प्रभावित हैं।
इसके तहत पशुओं को फफोले हो जाते हैं। उनका दावा है कि उपचार के बाद 6769 गोवंश ठीक हो गए हैं। इसकी रोकथाम के लिए लंपी प्रोवैक वैक्सीन की 60 हजार खुराक मंगवाकर पूर्वांचल के जिलों में युद्धस्तर पर टीकाकरण शुरू किया गया है।
मंत्री ने कहा कि अब तक 4005 ग्रामों में वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है। इस रोग के नियंत्रण के लिए पशुधन विभाग ने टीमों का गठन कर दिया गया है। इसमें प्रमुख सचिव, विशेष सचिव, दोनों निदेशक, दुग्ध कमिश्नर, पीसीडीएफ के एमडी समेत पूरे विभाग को लगाया गया है। इसके साथ ही 11 जनपदों में अधिकारियों की तैनाती कर दी गई है और इस रोग पर सघन निगरानी करने के लिए एक सेल का गठन कर दिया गया है।
पशुपालकों के लिए टोल फ्री नंबर जारी : पशुपालकों के लिए लंपी रोग की जानकारी के देने के लिए विभाग ने एक टोल फ्री नंबर 18001805141 जारी किया है। इस नंबर पर संपर्क करने पर तत्काल विभाग के अधिकारी रोग के नियंत्रण करने के लिए टीमों के साथ वहां पहुंचेंगे। मंत्री ने गोशालाओं में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।