नार्थसाउंड: अजिंक्य रहाणे के शतक के बाद जसप्रीत बुमराह के पांच विकेट से भारत ने पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में यहां वेस्टइंडीज को 318 रन से करारी शिकस्त दी। भारत के 419 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान टीम बुमराह (सात रन पर पांच विकेट), इशांत शर्मा (31 रन पर तीन विकेट) और मोहम्मद शमी (13 रन पर दो विकेट) की तूफानी गेंदबाजी के सामने सिर्फ 26.5 ओवर में 100 रन पर ढेर हो गई। इससे पहले भारत ने अपनी दूसरी पारी सात विकेट पर 343 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी। भारतीय पारी का आकर्षण अजिंक्य रहाणे (102) और हनुमा विहारी (93) के बीच पांचवें विकेट के लिए 193 रन की साझेदारी रही। रहाणे ने पिछले दो साल में पहला और कुल दसवां शतक बनाया लेकिन विहारी अपने पहले शतक से चूक गए। विहारी के आउट होते ही कोहली ने पारी समाप्त घोषित कर दी। भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अपने इस पहले मैच की पहली पारी में 297 रन बनाने के बाद वेस्टइंडीज को 222 रन पर आउट कर दिया था।
वेस्टइंडीज की हार और बुरी होती क्योंकि दूसरी पारी में टीम 50 रन रन पर ही नौ विकेट गंवा चुकी थी लेकिन केमार रोच (38) और मिगुएल कमिंस (नाबाद 19) ने अंतिम विकेट के लिए 50 रन की साझेदारी करके टीम का स्कोर तीन अंक तक पहुंचाया। इन दोनों के अलावा सिर्फ रोस्टन चेज (12) ही दोहरे अंक तक पहुंच पाए। बुमराह ने अनुकूल मौसम में सिर्फ आठ ओवर में वेस्टइंडीज के आधे बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। अपना 10वां टेस्ट खेल रहे बुमराह सबसे कम मैचों में टेस्ट विकेटों का अर्धशतक पूरा करने वाले गेंदबाज भी बने। भारत ने इस जीत के साथ दो मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली है। दूसरा टेस्ट किंगस्टन में 30 अगस्त से खेला जाएगा। यह भारत की टेस्ट क्रिकेट की चौथी सबसे बड़ी जबकि विदेशी सरजमीं पर सबसे बड़ी जीत है। दिल्ली में 2015-16 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 336 रन की जीत भारत के टेस्ट इतिहास की सबसे बड़ी जीत है। इसके साथ ही विराट कोहली भारतीय कप्तान के रूप में सबसे अधिक जीत के मामले में महेंद्र सिंह धोनी के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष पर आ गए हैं। इन दोनों की अगुआई में भारत ने 27-27 जीत दर्ज की हैं। कोहली ने भारतीय कप्तान के रूप में विदेशी सरजमीं पर सबसे अधिक जीत के मामले में सौरव गांगुली (11 जीत) को पीछे छोड़ा।