क्राइस्टचर्च। न्यूजीलैंड ने सोमवार को क्राइस्टचर्च टेस्ट में भारत को 7 विकेट से हरा दिया। इसी के साथ सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया।
टीम इंडिया 8 साल बाद सीरीज के सभी टेस्ट हारी है। इससे पहले दिसंबर 2011 में आॅस्ट्रेलिया ने अपने घर में भारत को 4-0 से क्लीन स्वीप किया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में टॉस हारकर भारत ने पहली पारी में 242 रन बनाए। जबकि न्यूजीलैंड की टीम 235 रन पर सिमट गई। दूसरी पारी में 7 रन की बढ़त के साथ उतरी भारतीय टीम सिर्फ 124 रन ही बना सकी। इस लिहाज से कीवी टीम को 132 रन का लक्ष्य मिला। वेलिंगटन में हुए सीरीज के पहले टेस्ट में भारत को 10 विकेट से हार मिली थी।
न्यूजीलैंड दौरे पर भारत ने पहले 5 टी-20 की सीरीज में क्लीन स्वीप किया था। इसके बाद न्यूजीलैंड ने भारत को वनडे सीरीज में 3-0 से हराया। कीवी ऑलराउंडर काइल जैमिसन मैन ऑफ द मैच चुने गए। उन्होंने मैच में 5 विकेट लिए, जबकि बल्लेबाजी में 49 रन की पारी खेली। वहीं, सीरीज में 14 विकेट लेने वाले टिम साउदी को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया। दूसरी पारी में न्यूजीलैंड के टॉम ब्लेंडल ने 55, टॉम लाथम ने 52, कप्तान केन विलियम्सन ने 5 रन की पारी खेली।
जबकि रॉस टेलर और हेनरी निकोल्स 5-5 रन बनाकर नाबाद रहे। वहीं भारत के जसप्रीत बुमराह ने 2 विकेट लिए। उन्होंने ब्लेंडल को बोल्ड किया, जबकि विलियम्सन को अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच आउट कराया। एक विकेट उमेश यादव ने लिया। उनकी गेंद पर लाथम का कैच विकेटकीपर ऋषभ पंत ने लिया। सीरीज में क्लीन स्वीप के बावजूद भारतीय टीम टेस्ट चैम्पियनशिप में 360 पॉइंट के साथ शीर्ष पर बरकरार है।
टीम ने अब तक 9 में से 7 टेस्ट जीते, जबकि 2 में उसे हार मिली है। वहीं, न्यूजीलैंड को दो स्थान का फायदा हुआ। वह 180 अंक के साथ तीसरे नंबर पर पहुंच गई। कीवी टीम ने 7 में से 3 टेस्ट जीते हैं, जबकि 4 में उसे हार झेलनी पड़ी। मैच के तीसरे दिन भारतीय टीम ने 6 विकेट पर 97 रन की बढ़त और 90 रन के स्कोर के साथ आगे खेलना शुरू किया था। इसके बाद 34 रन के अंदर ही बाकी खिलाड़ी भी पवेलियन लौट गए।
भारत की दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा ने सबसे ज्यादा 24 और रविंद्र जडेजा ने 16 रन बनाए। वहीं, 7 बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। मयंक अग्रवाल 3, अजिंक्य रहाणे 9, उमेश यादव 1, हनुमा विहारी 9, ऋषभ पंत 4, मोहम्मद शमी 5 और जसप्रीत बुमराह 4 रन ही बना सके। वहीं, भारतीय कप्तान विराट कोहली लगातार 22वीं पारी में बड़ा स्कोर बनाने नाकाम रहे और 14 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। वे भी दोनों टेस्ट की दो पारियों में दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके। दो मैचों की टेस्ट सीरीज में हमारे टॉप-5 बल्लेबाज सिर्फ 429 रन बना सके। यह 2+ मैचों की सीरीज में हमारा 18 साल का सबसे खराब प्रदर्शन है। इसके पहले 2002 में न्यूजीलैंड में ही हमारे टॉप-5 बल्लेबाजों ने 296 रन बनाए थे।
जवाब में टीम इंडिया की शुरूआत अच्छी नहीं रही। मयंक (3) और पृथ्वी शॉ (14) जल्दी पवेलियन लौट गए। कोहली (14) एक बार फिर फेल रहे। वे टेस्ट की चार पारियों में सिर्फ 38 रन बना सके। वहीं शमी 3 पारियों में 39 रन बना चुके हैं। पुजारा (24) और रहाणे (9) भी फेल रहे। टेस्ट के दूसरे दिन रविवार को 16 विकेट गिरे। पहले दो सेशन में भारतीय गेंदबाजों ने 10 विकेट लेकर पहली पारी में 7 रन की बढ़त दिलाई थी। लगा टीम इंडिया ने शानदार वापसी कर ली है। लेकिन न्यूजीलैंड के गेंदबाजों ने अंतिम सेशन में हमारे 6 विकेट लेकर मैच पलट दिया।