गणेश महोत्सव 27 से, 10 दिनों तक होगी बप्पा की आराधना

लखनऊ। गणेश महोत्सव का आरंभ गणेश चतुर्थी से होता है। लगभग 11 दिनों तक गणेश महोत्सव मनाया जाता है। इस दौरान घर और पूजा पंडाल में गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की जाती है और उनकी विधि-विधान से पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर गणेश चतुर्थी का पावन पर्व मनाया जाता है। गणपति बप्पा के भक्तों को हर साल गणेश चतुर्थी के दिन बप्पा के आगमन का बेसब्री से इंतजार रहता है। गणेश महोत्सव का समापन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 26 अगस्त 2025 को दोपहर 01 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 27 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 44 मिनट पर चतुर्थी तिथि का समापन होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। इसके लिए 27 अगस्त को गणेश चतुर्थी को मनाई जाएगी।

गणेश चतुर्थी पर कई शुभ योग
ज्योतिषियों की मानें तो गणेश चतुर्थी पर दुर्लभ शुभ और शुक्ल योग का निर्माण हो रहा है। शुभ योग का संयोग दोपहर तक है। वहीं, शुक्ल योग का समापन 28 अगस्त को दोपहर 01 बजकर 18 मिनट पर होगा। इसके बाद सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग है। वहीं, गणेश चतुर्थी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण सुबह 06 बजकर 04 मिनट पर होगा। भद्रावास योग का समापन दोपहर 03 बजकर 44 मिनट पर होगा।

पंचांग
सूर्योदय – सुबह 06 बजकर 28 मिनट पर
सूर्यास्त – शाम 06 बजकर 14 मिनट पर
चन्द्रोदय- सुबह 08 बजकर 52 मिनट पर
चंद्रास्त- शाम 08 बजकर 28 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त – सुबह 03 बजकर 58 मिनट से 04 बजकर 43 मिनट तक
विजय मुहूर्त – दोपहर 01 बजकर 58 मिनट से 02 बजकर 49 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त – शाम 06 बजकर 14 मिनट से 06 बजकर 36 मिनट तक
निशिता मुहूर्त – रात 11 बजकर 28 मिनट से 12 बजकर 13 मिनट तक

इन बातों का रखें ख्याल

भगवान गणेश की जिस मूर्ति में उनकी सूंड बाई तरफ होती है वैसी मूर्ती घर लाना बहुत ही शुभ माना जाता है। पहली बार अगर आपके घर बप्पा आ रहे हैं तो उनकी बैठी हुई प्रतिमा ही घर लाएं। इससे घर में हमेशा सुख समृद्धि बनी रहती है। साथ भी भगवान गणेश का हाथ आशीर्वाद देती हुई मुद्रा में होना चाहिए और दूसरे हाथ में मोदक होना चाहिए। ऐसी प्रतिमा की स्थापना करना बहुत ही शुभ माना जाता है। भगवान गणेश की स्थापना ईशान कोण में करनी चाहिए और बप्पा को इस तरह से विराजमान करें की उनका मुख उत्तर की तरफ हो। बप्पा को स्थापित करने से पहले लकड़ी की चौकी को अच्छे से साफ करके और गंगाजल से शुद्ध करके फिर उसपर लाल कपड़ा बिछाकर ही बप्पा को विराजमान करें।

गणेश जी की पूजा-विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें। स्नान करने के बाद घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें। गणपित भगवान का गंगा जल से अभिषेक करें। भगवान गणेश को पुष्प अर्पित करें। भगवान गणेश को दूर्वा घास भी अर्पित करें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दूर्वा घास चढ़ाने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं। भगवान गणेश को सिंदूर लगाएं। भगवान गणेश का ध्यान करें। गणेश जी को भोग भी लगाएं। आप गणेश जी को मोदक या लड्डूओं का भोग भी लगा सकते हैं। भगवान गणेश की आरती जरूर करें। प्रसाद के रूप में मोदक और लड्डू वितरित करें।

अक्षरधाम मन्दिर की थीम पर तैयार हो रहा पूजा पंडाल
लखनऊ। राजधानी का सबसे बड़ा गणेश उत्सव मनाया जाने वाला झूलेलाल घाट पर इस वर्ष 27 अगस्त से 6 सितंबर तक धूमधाम से मनाया जाएगा। गणेश उत्सव को लेकर तैयारी जोरो पर चल रही है। कमेटी के संरक्षक भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि गणेश उत्सव का पंडाल बनाने के लिए कोलकाता से करीब 21 कारीगर पिछले एक माह से पंडाल को तैयार कर रहे हैं। अध्यक्ष घनश्याम अग्रवाल ने बताया कि इस बार पंडाल अक्षरधाम मन्दिर की थीम पर तैयार हो रहा है। उन्होंने बताया कि महिलाओं व पुरुषों की बैठने के लिए अलग-अलग व्यवस्था रहेगी पूरा पंडाल वाटरप्रूफ और वातानुकूलित रहेगा। पंडाल 100 फुट चौड़ा और 150 फीट लंबा रहेगा और ऊंचाई करीब 75 से 80 फिट रहेगी। उन्होंने बताया कि इस बार बच्चों के नए-नए झूले आ रहे हैं फास्ट फूड, आइसक्रीम, चाट व महिलाओं के श्रृंगार संबंधी सारी सामग्री के स्टॉल रहेंगे। महामंत्री सतीश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि पूरा परिसर मैले जैसा रहेगा जिसमें सभी प्रकार के समान लोग खरीद सकेंगे।

आॅपरेशन सिंदूर की तर्ज पर सज रहा पंडाल

लखनऊ। अलीगंज का राजा गणेश पूजा सेवा समिति की ओर से 13वां श्री गणेश जन्मोत्सव का आयोजन 27 से 31 अगस्त तक ‘गुलाब वाटिका अपार्टमेंट’ नेहरू बाल वाटिका पार्क के पास, अलीगंज मे किया जायेगा। संरक्षक राज कुमार सिंघल, महेश अग्रवाल, संदीप अग्रवाल, मनोज मिश्रा ने बताया कि गणेशोत्सव की तैयारियां तेजी शुरू हो गई है। अध्यक्ष सौरभ अग्रवाल, महामंत्री शरद तिवारी ने बताया कि इस बार बप्पा का दरबार आपरेशन सिंदूर की थीम पर तैयार हो रहा है। मीडिया प्रभारी मनीष गुप्ता ने बताया कि पंडाल सजाने के लिए कोलकाता से करीब एक दर्जन कारीगर पिछले 20 दिनों से बप्पा का दरबार तैयार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बप्पा के दरबार के अलावा सड़क पर दो मुख्य द्वार भी तैयार किया जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम स्थल के बाहर मेले जैसा माहौल रहेगा जिसमें बच्चों के लिए कई स्टाल लगाए जाएंगे व झूले लगाए जाएंगे जिसका बच्चे भरपूर मनोरंजन प्राप्त कर सके। उन्होंने बताया कि बप्पा के दरबार में आने वाले सभी भक्तों को प्रसाद दिया जाएगा।

RELATED ARTICLES

डिजिटल मूविंग झांकी में भक्तों ने देखी माखन चोरी की लीला

नन्हे मुन्ने बच्चों ने नृत्य गायन स्पर्धा में मचाया धमाललखनऊ। मित्तल परिवार की ओर से अमीनाबाद रोड स्थित न्यू गणेशगंज में छह दिन चलने...

पारंपरिक सोहराई कला से रूबरू हुए छात्र

-सौंदर्य एवं सांस्कृतिक विकास कार्यक्रम-2025-26 के अंतर्गत पारंपरिक सोहराई कला कार्यशालालखनऊ। राजाजीपुरम स्थित लखनऊ पब्लिक स्कूल एवं कॉलेजों के कला विभाग ने फ्लोरेसेंस आर्ट...

मुख्यमंत्री योगी को दिया गया गणेश महोत्सव का आमंत्रण पत्र

कार्यक्रम में आने का आग्रह कियालखनऊ। श्री गणेश प्रकट कमेटी की ओर से झूलेलाल वाटिका पर 27 अगस्त से 6 सितंबर तक होने वाले...