देश में बारिश का कहर जारी है। बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के चलते यहां 20 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है। बड़ी संख्या में लोग बेघर हो चुके हैं। पिछले 24 घंटे के अंदर 40 जगहों पर भूस्खलन की घटनाएं हुईं। ब्यास नदी उफान पर है।
हिमाचल प्रदेश : दो दिन में 22 मौतें, 800 से ज्यादा लोग फंसे
हिमाचल प्रदेश में लगातार चार दिनों से हो रही बारिश ने हाहाकार मचा दिया है। भूस्खलन के चलते प्रदेश में मंगलवार सुबह 10.00 बजे तक 1239 सड़कें बाधित थीं। 2577 बिजली ट्रांसफार्मर भी ठप पड़े हैं। 1418 जल आपूर्ति योजनाएं भी बंद पड़ी हैं। संबंधित विभाग इनकी बहाली में जुटे हैं। शिमला में सबसे ज्यादा 641, मंडी 190, चंबा 116, सिरमौर 101, हमीरपुर व लाहौल-स्पीति में सड़कें बंद पड़ी हैं। एक व्यक्ति के बुखार से पीड़ित होने की सूचना मिलने पर हिमालय सवेईंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पांवटा साहिब की मदद से ड्रोन के माध्यम से दवाएं गिराई गईं। हेलीकॉप्टर से लोगों को निकाला जा रहा है।
सीएम पंजाब ने बरसात से कुल्लू और लाहौल में हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके अलावा चंद्रताल में फंसे 300 लोगों का आज सुबह 5.00 बजे से बचाव अभियान शुरू कर दिया है। पहली टीम मशीनरी के साथ लोसर से चंद्रताल के लिए रवाना हुई है, जबकि दूसरी टीम काजा से रवाना हुई। करीब 40 लोगों का बचाव दल जिसमें पंगमो और लोसर गांव के युवा के अलावा स्पीति के अन्य गांव से युवा शामिल हैं।
मनाली-लेह, कालका-शिमला, कोकसर, लोसर, काजा, चंडीगढ़-मनाली, आनी-कुल्लू, चंबा-भरमौर, ऊना-मंडी, शिमला-हाटकोटी-रोहड़ू, दारचा-शिकुंला, समदो-काजा-लोसर हाईवे पूरी तरह से बंद हैं। एक अनुमान के अनुसार अब तक लगभग 4,000 करोड़ रुपये के नुकसान हुआ है। कुल्लू-मनाली, मंडी और प्रदेश के ऊपरी इलाकों में हजारों लोग फंसे हुए हैं। अधिकतर जिलों में बिजली, फोन और इंटरनेट सेवा भी ठप है। कुल्लू में बादल फटने से 100 बीघा जमीन खड्डे में बदल गई।
जोशीमठ मलारी हाईवे पर जुम्मा में पुल बहा
उत्तराखंड : चीन सीमा क्षेत्र से जोड़ने वाला पुल बहाए एम्स में भरा पानी
भारी बारिश के बाद मंगलवार सुबह उत्तराखंड में चीन सीमा क्षेत्र के जोशीमठ-मलारी हाईवे पर जुम्मा में पुल बह गया। जिस कारण सीमा क्षेत्र में स्थानीय लोगों के साथ ही सेना के जवानों की आवाजाही भी रुक गई है। साथ ही नीति घाटी का देश से संपर्क टूट गया है। उच्च हिमालय क्षेत्रों में अतिवृष्टि से जोशीमठ से करीब 50 किलोमीटर दूर जुम्मा नाले में सोमवार को बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी। नाले में मलबे के साथ भारी बोल्डर भी बहकर आए थे। एक भारी-भरकम बोल्डर जुम्मा गांव के पास स्थित मोटर ब्रिज के नीचे अटक गया था। जिससे पुल को खतरा बताया जा रहा था।
गांव के लोगा ने बताया कि सोमवार शाम को साढ़े सात बजे अचानक जुम्मा नाले में भारी मात्रा में मलबे के साथ पानी बहकर आया जबकि उस दौरान क्षेत्र में कहीं बारिश नहीं हो रही थी। जोशीमठ के नाले में अचानक पानी बढ़ गया है। तपोवन में एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट कर दिया गया है। साथ ही बीआरओ के अधिकारियों को भी ब्रिज की सुरक्षा के उपाय करने के लिए कहा गया है। दूसरी ओर, देर रात गंगोत्री हाईवे बंद होने के कारण यात्रियों के वाहन गंगनानी के समीप खड़े थे। तभी अचानक भूस्खलन हो गया और पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा एक टेम्पो ट्रेवल्स सहित तीन वाहनों पर गिर गया। मलबे में तीन वाहन दब गए। जिसमें एक महिला समेत चार लोगों की मौत हो गई। सभी यात्री मध्य प्रदेश के बताए जा रहे हैं। वहींए अभी तक सात घायलों को अस्पताल भेजा गया है।
उत्तर प्रदेश : आज 65 जिलों में बारिश का अलर्ट, 38 लोगों की मौत
यूपी में भी बारिश ने आफत ला दी है। आज भी प्रदेश के 65 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें से 12 जिलों में भीषण बारिश की चेतावनी है। सोमवार को बारिश से जुड़े हादसों में चार लोगों की मौत हो गई है। यही नहींए बाढ़ में फंसे अब तक 225 लोगों को रेस्क्यू किया गया है। पिछले 48 घंटे में 38 लोगों की मौत हो चुकी है। सहारनपुर के बीच से होकर जाने वाली ढमोला और पांवधोई नदी उफान पर चल रही हैं। नदी का पानी लोगों के घर में घुस गया है। मुरादाबाद में रेलवे ट्रैक पर पानी भर गया है। इसकी वजह से अलग.अगल रूट की 32 ट्रेनें कैंसिल हो गईं। सोमवार को प्रदेश में 11ण्50 मिमीण् बारिश रिकॉर्ड की गईए जो सामान्य से 2ण्90 मिमीण् ज्यादा रही। 24 घंटों में सहारनपुर के सुंदरपुर शाकुंभरी मार्ग पर सवारियों से भरी प्राइवेट बस तेज बहाव में बह गई। ग्रामीणों की मदद से बस सवार यात्रियों को बाहर निकाला जा सका। हापुड़ में मकान की छत गिरने से दो बच्चियों की दबकर मौत हो गई है। देवरिया जिले के धकपुरा गांव में सोमवार को शाम में दोस्तों के साथ खेल रहा बालक पानी से भरे गड्ढे में गिर गयाए जिससे उसकी मौत हो गई।