लखनऊ। बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण रविवार को अपने 34वें जन्मदिन पर नवाबों के शहर लखनऊ पहुंची। लखनऊ एयपोर्ट से दीपिका सीधे गोमतीनगर स्थित होटल ताज पहुंचीं। दीपिका देर शाम शीरोज हैंगआउट कैफे पहुंची। यहां दीपिका ने अपनी अगली फिल्म छपाक के प्रमोशन के दौरान एसिड अटैक सर्वाइवर्स के साथ बर्थडे सेलिब्रेट किया। शीरोज हैंगआउट की टीम ने दीपिका के लिए खास इंतेजाम करके रखे थे। तभी एक्टर व दीपिका के पति रणवीर सिंह भी शीरोज पहुंचे। दीपिका ने केक काटकर एसिड अटैक सर्वाइवर्स के साथ बर्थडे सेलिब्रेट किया।
दरअसल, शिरोज रेस्त्रां एसिड अटैक सर्वाइवर्स द्वारा चलाया जाता है। यहां पहुंचकर दीपिका ने एसिड अटैक सर्वाइवर्स से मुलाकात की, और उनकी जिंदगी से जुड़ी चुनौतियों को जाना और उन्हें एप्रीशिएट भी किया कि उन्होंने मुश्किल हालात में भी हार नहीं मानी।
बता दें, दीपिका पादुकोण अपनी अगली फिल्म छपाक में दिल्ली की एक एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल की भूमिका निभा रही हैं। यह फिल्म छपाक 10 जनवरी को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म के प्रमोशन के लिए कलाकारों ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। इस फिल्म में लखनऊ की कुंती सोनी, अलीगढ़ की जीतू शर्मा, बिजनौर की बाला प्रजापति और हरियाणा की ऋतु सैनी काम कर रही हैं।
फैंस कर रहे थे इंतजार
एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के लखनऊ पहुंचने से पहले ही सैकड़ों की संख्या में उनके फैन्स शीरोज हैंगआउट पहुंचे। बेसब्री से दीपिका के आने का इंतजार कर रहे थे। दीपिका के कार उतरते ही उनकी एक झलक पाने को फैन्स बेताब दिखे।
लक्ष्मी ने बंद कराई तेजाब की बिक्री
मेघना गुलजार द्वारा निर्देशित फिल्म छपाक में दीपिका पादुकोण और विक्रांत मैसी मुख्य भूमिका में नजर आने वाले हैं। लक्ष्मी एक एसिड अटैक सर्वाइवर होने के साथ एसिड अटैक सर्वाइवर्स के अधिकारों के लिए आवाज उठाती हैं।
बता दें, साल 2005 में जब वह पंद्रह साल की थीं, उस वक्त 32 साल के नईम खान उर्फ गुड्डू नाम के युवक ने उनपर एसिड अटैक कर दिया था। जिसका कारण उनकी बात न मानना था। लक्ष्मी ने एसिड की बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए 27 हजार हस्ताक्षर कराए थे। जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकार ने एसिड की बिक्री को विनियमित करने का निर्देश दिया था। वह स्टॉल सेल एसिड की संस्थापक है, जो एसिड की बिक्री के खिलाफ एक अभियान है। लक्ष्मी को यूएस में 2014 का अंतरराष्ट्रीय महिला सम्मान भी मिल चुका है। इसके अलावा 2019 में उन्हें यूनिसेफ की तरफ से भी अंतरराष्ट्रीय महिला सम्मान से नवाजा गया।