नई दिल्ली। कोरोना वायरस से प्रभावित देशों में शामिल ईरान से भारतीयों को वापस लाने के लिए वहां के अधिकारियों के साथ भारत सरकार बातचीत कर रही है।
साथ ही, इस वायरस से संदिग्ध रूप से संक्रमित 300 भारतीयों के लार के नमूने लेकर तेहरान से एक विमान शुक्रवार को दिल्ली पहुंचने वाला है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि ईरान की माहन एयर द्वारा परिचालित विमान में कोई यात्री नहीं होगा और भारत में मौजूद ईरानियों को यह विमान अपनी वापसी में साथ ले जाएगा।
ईरान में करीब 2,000 भारतीय हैं। ईरान इस वायरस से बुरी तरह से प्रभावित देशों में शामिल है। नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने शुक्रवार को कहा कि ईरान से पहली उड़ान लार के नमूने लेकर आएगा। नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम रोजाना, हर घंटे स्थिति की निगरानी कर रहे हैं …लार के नमूने लेकर एक फेरी फ्लाइट आ रही है।
कोरोना वायरस प्रभावित देशों से भारतीयों को वापस लाने के लिए सरकार अन्य कदमों पर गौर कर रही है, ऐसे में खरोला ने कहा कि भारतीयों के यहां आने पर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वे स्वस्थ स्थिति में हों। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय की योजना ईरान में एक जांच सुविधा केंद्र स्थापित करने की है। उनके विमान में सवार होने से पहले उन यात्रियों की एक जांच की जाएगी।
उन्होंने इस बात का जिक्र किया कि एक अन्य विकल्प यह है कि हम भारत आने वाली पहली उड़ान के लिए लार के नमूने एकत्र करने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी भारत में जांच की जाएगी और एक दिन के अंदर नतीजे पता चल जाएंगे। विमानन नियामक डीजीसीए प्रमुख अरूण कुमार ने कहा कि माहन एयर की उड़ान से 300 लोगों के लार के नमूने आने की उम्मीद है। जांच के नतीजों के आधार पर आगे चल कर यात्रियों को भारत आने की इजाजत दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि ईरान में अभी मौजूद कई यात्री तीर्थयात्री हैं। गौरतलब है कि कोरोना वायरस के प्रसार के मद्देनजर पिछले महीने भारत ने ईरान से आने वाली उड़ानें निलंबित कर दी थी। ईरानी एयरलाइनें दिल्ली और मुंबई के लिए हफ्ते में तीन उड़ानें परिचालित करती हैं। खरोला ने कहा, हम ईरान को इसकी अस्थाई इजाजत देंगे कि वह अपने विमान लाए और वापसी में यहां से अपने लोगों को ले जाए। सरकार ने कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित वुहान से सैकड़ों भारतीयों को वापस लाया है।