– इंडिया गंठबंधन में शामिल प्रदेश के दल भी जातीय जनगणना की पहले उठा चुके मांग
– राहुल गांधी ने संसद में महिला विधयेक की चर्चा के दौरान ओबीसी महिलाओं को जगह दिये जाने का उठाया था मुद्दा
शैलेन्द्र श्रीवास्तव लखनऊ। बिहार की नितीश सरकार ने सोमवार को जातिगत गणना का सर्वे जारी कर दिया है। अब उत्तर प्रदेश में जातीय जनगणना को लेकर कांग्रेस भी धार देगी। साथ ही इंडिया गठबंधन में शामिल प्रदेश की समाजवादी पार्टी समेत अन्य राजनैतिक दल भी इस मुद्दें को समय-समय पर उठाते रहे हैं।
संसद में महिला विधेयक की चर्चा के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व सांसद राहुल गांधी ने ओबीसी महिलाओं को जगह देने का मुद्दा उठाया था। माना जा रहा है कि इस मुद्दें पर भाजपा भी बैकफुट पर आ गयी और राहुल गांधी ने इस मुद्दें को उठाकर ओबीसी के बीच पैठ बनाने की कोशिश की।
अब बिहार के बाद उत्तर प्रदेश में भी कांगे्रस भी पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए जातीय जनगणना करने की मांग को लेकर जिलेवार कार्यक्रम करने की तैयारी में है। सूत्रों के अनुसार तत्कालीन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ब्रजलाल खाबरी ने ओबीसी को लेकर जो योजना तैयार की थी। उसे अब अमलीजामा पहनाने का समय आ गया है। इसमें कांग्रेस के ओबीसी नेता जो विभिन्न राज्यों में शीर्ष पदों पर बैठे है, उनका प्रदेश में दौरा तेज होगा। इसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भपेश बघेल समेत कई ओबीसी वरिष्ठ नेताओं का प्रदेश में जगह-जगह कार्यक्रम होगा।
फिलहाल जातीय जनगणना को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी काफी मुखर रहते है और समय-समय पर भाजपा पर निशाना साधते रहते है। दलित वोट बैक के सहारे राजनीति करने वाली मायावती को भी वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए कमोवेश ओबीसी को भी साधने का प्रयास करना होगा। माना जा रहा है कि अल्पसंख्यक का झुकाव अब कांग्रेस के प्रति हो जा रहा है, ऐसे में ओबीसी को अपने पाले में करने में जुटी हुई है।