सिंगरौली(मध्यप्रदेश)। मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में रविवार अल सुबह दो मालगाड़ियों के बीच भिडंत हो जाने पर एक इंजन एवं 13 डिब्बे पटरी से उतर जाने से तीन लोगों की मौत हो गई।
सिंगरौली जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शेंडे को बताया कि मृतकों की पहचान रामलखन बैस (29), रशीद अहमद (65) एवं मनदीप कुमार (26) के रूप में की हुई है। रामलखन स्थानीय निवासी था, जबकि बाकी दोनों उत्तरप्रदेश के रहने वाले थे। इन तीनों के शव एक इंजन से निकाले गए हैं।
शेंडे ने बताया कि संभवत: इनमें से दो लोको पायलट एवं एक प्वाइंट्स मैन हो सकते हैं। हालांकि, अब तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये लोको पायलट एवं प्वाइंट्स मैन थे। उन्होंने कहा कि यह हादसा सुबह करीब 4.40 बजे उस वक्त हुआ, जब मध्यप्रदेश के अलमोरी खदान से कोयला लेकर उत्तरप्रदेश जा रही एक मालगाड़ी इस पटरी पर दूसरी तरफ से आ रही खाली मालगाड़ी से घनहरी गांव के पास आमने-सामने से टकरा गई।
शेंडे ने बताया कि इस भिडंत में एक मालगाड़ी का इंजन एवं 13 डिब्बे पटरी से उतर गए। उन्होंने कहा कि जिस रेल लाइन पर हादसा हुआ है उसे नेशनल थर्मल पावर कार्पाेरेशन (एनटीपीसी) द्वारा कोयले को मध्यप्रदेश से उत्तरप्रदेश ले जाने के लिए उपयोग किया जाता है। एनटीपीसी ही इसका संचालन एवं प्रबंधन करती है। शेंडे ने बताया कि हादसे का असली क्या कारण है, अब तक इसका पता नहीं चल पाया है।
हालांकि, शुरूआती जांच से प्रतीत होता है कि यह हादसा या तो दोनों लोको पायलट की गलती से हुआ होगा या सिगनल में कुछ खराबी के कारण। उन्होंने कहा कि इस हादसे के कारण रेल यातायात बाधित नहीं हुआ है, क्योंकि इस रेलवे लाइन को एनटीपीसी द्वारा कोयले को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए ही उपयोग किया जाता है और इस रेलवे लाइन पर अन्य ट्रेनों का आवागमन नहीं होता है।
इसी बीच, पूर्व-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने एक बयान में बताया कि भारतीय रेलवे का इस दुर्घटना से कोई लेना-देना नहीं है। इस रेल लाइन का संचालन एवं प्रबंधन पूरी तरह से एनटीपीसी करती है। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी इस मामले की विस्तृत जांच कर रही है।