नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने बृहस्पतिवार को कहा कि आने वाले समय में उर्दू के क्षेत्र में उत्कृष्ठ लेखन कर पीढय़िों को प्रेरित करने वाले कलमकारों के लिए पुरस्कार शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके तहत अमीर खुसरो लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार हर वर्ष दिया जाएगा।
निशंक ने विश्व उर्दू वेबिनार में इलेक्ट्रानिक एवं सोशल मीडिया के युग में उर्दू लेखकों की जिम्मेदारी विषय पर अपने संबोधन में यह घोषणा की। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, उर्दू परिषद के कार्याे की समीक्षा करते हुए मैंने अधिकारियों के समक्ष यह बात रखी की क्या हमें उर्दू में उत्कृष्ट लेखन करने वालों के लिए पुरस्कार की कोई योजना शुरू कर सकते हैं।
विचार विमर्श के बाद हमने तय किया है कि आने वाले समय में हम हर वर्ष पुरस्कार प्रदान करेंगे। यह पुरस्कार उन कलमकारों के लिए होगा जो अच्छा लिख रहे हैं, अच्छी सोच के साथ आगे बढ़ रहे है और जिनकी लेखनी से पीढय़िों को प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि अमीर खुसरो लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार हर वर्ष दिया जाएगा।
इसके अलावा मिर्जा गालिब, आगा हश्र कश्मीरी, रामबाबू सक्सेना, प्रेमचंद के नाम पर पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। निशंक ने कहा कि श्रेष्ठ पुस्तकों का उर्दू में अनुवाद किया जाएगा और अगले वर्ष उर्दू का राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षाे में उर्दू परिषद के बजट में दो गुणा से अधिक वृद्घि की गई है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज सोशल मीडिया की ताकत बढ़ गई है, ऐसे में जो सच है और अच्छा है, उसे पूरी ताकत से सामने रखने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि इस स्थिति में कलमकारों का दायित्व है कि वे पूरी ताकत और तन्मयता के साथ सुविचारों को नई पीढ़ी तक पहुंचाएं। निशंक ने कहा कि अगर सोशल मीडिया पर कलमकार एवं अच्छी सोच वाले लोग कोई स्थान (गैप) छोड़ देंगे तो यह उन लोगों के पास चला जाएगा जो पीढ़ी को बर्बाद कर सकते हैं।