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प्रदेश के 18 जिलों में 830 गांव प्रभावित
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोंडा जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर वस्तुस्थिति की जानकारी प्राप्त की और देवीपाटन मंडल के अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित जनता को हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिये हैं।
राहत आयुक्त संजय गोयल ने शुक्रवार को बताया कि मुख्यमंत्री ने समीक्षा के दौरान यह भी निर्देश दिये कि सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में बंधों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे पेट्रोलिंग की जाये। उन्होंने अधिकारियों के निर्देश दिए कि मैरूण्ड गांव के लिए आवागमन के लिए पर्याप्त नावों की व्यवस्था, राहत किट का वितरण, चिकित्सा दलों का प्रभावित गांवों में दौरा सुनिश्चित करें और पशुओं के लिए चारा व कैम्प की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। उन्होंने निर्देश दिये कि साफ़ पीने के पानी के लिए पर्याप्त क्लोरीन टेबलेट का वितरण प्रभावित क्षेत्रों में किया जाये।
मौजूदा समय में प्रदेश के 18 जिलों के 830 गांव बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ प्रभावित जिलों में आंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, कासगंज, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, संत कबीर नगर, शाहजहांपुर और सीतापुर शामिल हैं।
केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार घाघरा बाराबंकी, अयोध्या और बलिया में एक बार फिर उग्र हो गयी है। नदी का जलस्तर एल्गिन ब्रिज (बाराबंकी), अयोध्या और तुर्तीपार (बलिया) में एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गया है। लखीमपुर खीरी के पलियाकला में शारदा नदी का स्तर लगातार लाल निशान के ऊपर बना हुआ है, जबकि शारदा नगर में यह चेतावनी और खतरे के लाइन के बीच है। इसी तरह गंगा कचला ब्रिज (बदायूं) में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। नदी का स्तर नरोरा (बुलंदशहर), फतेहगढ़, अंकिंघट (कानपूर देहात) और बलिया में चेतावनी के स्तर और खतरे के निशान के बीच बह रही है।
राहत आयुक्त गोयल ने बाढ़ की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि प्रदेश में मौजूदा समय में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में लगातार मॉनिटरिंग का काम किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जिलों में बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के तहत 1,69,520 राशन किट और 2,95,779 मीटर तिरपाल बांटा जा चुका है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में 350 मेडिकल टीम लगायी गयी है।