मच्छर जनित स्थितियां मिलने पर 10 लोगों को नोटिस
वरिष्ठ संवाददाता लखनऊ। डेंगू के डंक से राहत नहीं मिल रही है। शहर में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर डेढ़ हजार के करीब पहुंच गयी है। बीते चौबीस घंटों के दौरान 37 और लोग डेंगू की चपेट में आ गये।
अस्पतालों की ओपीडी में सैकड़ों लोग गंभीर बदन-सिर दर्द के साथ बुखार की समस्या लेकर पहुंच रहे हैं। सबसे खतरनाक पहलू यह कि डेंगू भी बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोग से पीड़ित कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को ज्यादा हो रहा है। ऐसे में डॉक्टर एहतियातन मच्छरों से बचने, जमकर पानी पीने और बिना डॉक्टर की सलाह पारासिटामॉल के अलावा कोई दवा नहीं लेने की सलाह दे रहे हैं।
केजीएमयू के डा. डी.हिमांशु का कहना है कि डेंगू होने पर तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए। माइल्ड डेंगू हो या सीवियर डेंगू यदि पानी का भरपूर सेवन करेंगे तो जल्द ठीक हो जायेंगे। गुरूवार को शहर के अलीगंज, चन्दरनगर, सरोजनीनगर, इन्दिरानगर व सिल्वर जुबली में 4-4, चिनहट, रेडक्रास, चिनहट व टूडियागंज में 3-3, ऐशबाग व काकोरी मेंं 2-2 और मोहनलालगंज में 1, डेंंगू मरीज मिला।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने करीब 1687 घरों एवं आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया, इस दौरान 10 घरों में मच्छरजनित स्थितियां पायी गयीं। सभी को नोटिस जारी किया गया। स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की संयुक्त टीमों ने मकबूलगंज लालकुआ चैराहा, लेबर कालोनी वार्ड दरियापुर, फतेहपुर गॉव अलीगंज थाना, गेट नम्बर-4 हाईकोर्ट, विकार नगर ढाल आलमबाग, बड़ी पानी टंकी पॉवर हाउस चौराहा आईआईएम रोड, क्रिस्टल अपार्टमेन्ट फैजाबाद रोड, जीसी भवन सेक्टर-जे आशियाना के आस-पास लार्वा रोधी रसायन एवं फागिंग का करायी और लोगों को डेंगू से बचाव की जानकारी दी।
नगर मलेरिया इकाई एवं जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों ने डेंगू प्रभावित स्थलों का निरीक्षण किया गया तथा लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया।
इन बातों का रखें ध्यान-
- बुखार होने पर सिर्फ पारासिटामोल दवा लें
- खूब पानी, खूब पानी पियें और पौष्टिक आहार लें
- भरपूर आराम करें। सभी जरूरी जांच कराएं
- जांच में रोग की पुष्टि होने पर ही दवा लें
- ब्रूफेन, एस्प्रिन, डिस्प्रिन नहीं लें, ये खून पतला कर डेंगू को घातक बनाती है