लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रूस के निवेशकों को राज्य के रक्षा विनिर्माण गलियारा (डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग कॉरिडोर) में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। मुख्यमंत्री भारतीय प्रतिनिधिमण्डल के साथ रूस की यात्रा पर गए थे। वहां से लौटने के बाद बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा- मैंने रूस के निवेशकों को उत्तर प्रदेश के डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग कॉरिडोर में निवेश के लिए आमंत्रित किया है। उल्लेखनीय है कि इस महीने 11 से 13 अगस्त तक वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में 190 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल रूस की यात्रा पर गया था। इसमें 145 उद्यमी और निवेशक शामिल थे। रूसी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई वहां के उप प्रधानमंत्री ने की। बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने भारत-रूस के व्यापारिक सम्बन्धों को आगे बढ़ाने के लिए विस्तार से चर्चा की।
योगी ने कहा हमारा एक प्रतिनिधिमण्डल वहां जाकर अलग से इस बारे मे बात करे, इसके लिए हमने वहां वातावरण पैदा किया है। हम सकारात्मक दिशा में आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा मैंने रूस की यात्रा के दौरान एक प्रस्ताव किया था कि आपके पास जमीन है और हमारे पास श्रम शक्ति है। रूस में 50 लाख हेक्टेयर जमीन खेती के योग्य होने के बावजूद बेकार पड़ी है। ऐसे में ठेके पर खेती और खाद्य प्रसंस्करण की सम्भावनाओं को वास्तविक रूप दिया जा सकता है। वहां हर क्षेत्र में भारत की विशेषज्ञता और तकनीक का उपयोग किया जा सकता है। एक तरह से इसे लेकर सहमति बनी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिनिधिमण्डल की रूस यात्रा के दौरान लगभग 60 समझौतों पर दस्तखत हुए हैं। उत्तर प्रदेश ने कृषि और खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में करार किए हैं।
उन्होंने कहा- इस दौरान निवेश के साथ-साथ निर्यात की सम्भावनाओं को लेकर भी बहुत बड़ा काम हुआ है। इससे भारत और रूस के सम्बन्ध और प्रगाढ़ हुए हैं। उन्होंने कहा कि रूस के मंत्रियों, अधिकारियों और उद्यमियों ने भी स्वीकार किया है कि पिछले पांच वर्षों में भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में से एक है। भारत में दुनिया को नेतृत्व देने की सम्भावनाएं हैं। रूस ने अगले महीने इकोनॉमिक फोरम के मुख्य अतिथि के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। इस यात्रा से भारत और रूस के सम्बन्ध नई ऊंचाइयां प्राप्त करेंगे।